
बीकानेर की इस झील में पहुंचा जहरीला पानी







बीकानेर। शहर से करीब 35 किलोमीटर दूर स्थित गजनेर झील में केमिकल पानी के साथ बहकर पहुंच गया। इसके अलावा यहां आसपास स्थित खेलों में भी यह दूषित पानी पहुंचने से काफी ग्रामीणों को परेशानी का सामना करना पड़ा। जानकारी के अनुसार श्रीकोलायत के गोलरी गांव के पास स्थित सिरेमिक्स फैक्ट्री से इन दिनों बरसाती पानी के साथ हजारों लीटर केमिकल को गजनेर झील के पायतन में बहाया जा रहा है। यहां फैक्ट्री में बड़े रूप से केमिकल का उपयोग किया जाता है। यह केमिकल पानी के साथ बहकर झील में पहुंच गया है। ग्रामीणों ने बताया की पहले भी फैक्ट्री का केमिकल झील सहित आसपास के खेतों में पहुंच गया था, जिससे झील का पानी दूषित हो गया और फसलों को भी बड़ा नुकसान पहुंचा। सिरेमिक फैक्ट्री के लिए राज्य सरकार ने पच्चीस हेक्टेयर भूमि 99 वर्ष के लिए लीज पर दे रखी है। इसमें कई शर्तों के पालना करने पर ही भूमि आवंटन की गई। यदि कोई फैक्ट्री से केमिकल या दूषित जल बाहर नही बहाएगा तो आवंटित भूमि के क्षेत्र में ही केमिकल को रखा जाएगा। लेकिन फैक्ट्री मालिकों द्वारा नियमों की धज्जियों को उड़ाकर केमिकल को खुद की निजी भूमि से बाहर बरसाती नदी नालों में खुला छोड़ा जा रहा है जो आसपास के तालाबों में पहुंच गया है और यह जहर ग्रामीणों को पानी के साथ पीने को मजबूर होना पड़ता है। गजनेर सहित आसपास के ग्रामीणों ने बताया कि फैक्ट्री मालिक को कई बार अवगत करवाया, लेकिन आमजन की कोई नहीं सुन रहा है। गजनेर सरपंच गीता देवी कुम्हार ने बताया कि गजनेर झील में बड़ी मात्रा में काला पानी आ रहा था, तो पानी के बहाव की तरफ मौके पर पहुंचे तो काला केमिकल फैक्ट्री से निकलकर बरसाती नदियों की ओर बह रहा था। वहीं ग्रामीणों ने कहा कि फैक्ट्री का केमिकल बड़ी मात्रा में बहकर आस पास के तालाबों सहित बहकर खेतंों में पहुंचता है जिससे किसानों को नुकसान उठाना पड़ता है। तालाबों का पानी जहरीला हो गया, जिससे पशुओं को पिलाने से भी पशुपालक डरते हैं।


