बदली हुई नजर आई रंगत, कलक्टर कुमारपाल गौतम की पहल से 15 मिनट में हुआ खाता विभाजन - Khulasa Online बदली हुई नजर आई रंगत, कलक्टर कुमारपाल गौतम की पहल से 15 मिनट में हुआ खाता विभाजन - Khulasa Online

बदली हुई नजर आई रंगत, कलक्टर कुमारपाल गौतम की पहल से 15 मिनट में हुआ खाता विभाजन

जनसुनवाई में शतप्रतिशत राजस्व प्रकरणों का हुआ मौके पर ही निस्तारण
पंचायत समिति स्तर पर आमजन को राहत नहीं दी तो होगी कार्यवाही-गौतम
 श्रीडूंगरगढ़ पंचायत समिति मुख्यालय पर जनसुनवाई  आयोजित 
बीकानेर । श्रीडूंगरगढ़ पंचायत समिति मुख्यालय पर शुक्रवार को आयोजित जनसुनवाई शिविर में प्राप्त राजस्व विभाग से जुड़े शतप्रतिशत प्रकरणों का मौके पर ही निस्तारण किया गया। जिला कलक्टर कुमार पाल गौतम ने कहा कि सभी अधिकारी ग्रामीणों के प्रकरणों का संवेदनशीलता और समयबद्धता के साथ निस्तारण करें, जिससे छोटी-छोटी समस्याओं को लेकर ग्रामीणों को जिला मुख्यालय नहीं आना पड़े और उनके समय और धन की बचत हो सके।
जिला कलक्टर ने जनसुनवाई शिविर में उपस्थित अधिकारियों को निर्देश देते हुए कहा कि आमजन के प्रकरणों के निस्तारण में लेट-लतीफी और भ्रष्टाचार की शिकायत बर्दाश्त नहीं की जाएगी और ऐसे प्रकरणों में सख्त कार्यवाही की जाएगी। गौतम ने बताया कि श्रीडूंगरगढ़़ शहरी क्षेत्र में पेयजल समस्या के निराकरण के लिए 6 करोड़ रूपए की स्कीम स्वीकृत की गई और इसका निर्माण कार्य जारी है। उन्होंने कहा कि इस स्कीम के तहत 950 किलोलीटर के जलाशय निर्माण का प्रथम चरण पूरा हो गया है। 12 किमी की स्वीकृत पाइपलाइन में से 4.5 किमी का कार्य पूरा हो गया है। शेष कार्य नगरपालिका की एनओसी मिलने के बाद पूरा किया जाएगा। ग्रामीणों ने जिला कलक्टर को बताया कि डूंगरगढ़ विधानसभा क्षेत्र में खारे पानी की समस्या है, अतः पेयजल के लिए नहरी पानी की आवश्यकता है। इस पर जिला कलक्टर ने कहा कि नहरी पानी उपलब्ध करवाने के लिए 686 करोड़ के प्रस्ताव राज्य सरकार के स्तर पर भिजवाए जा चुके हैं। उन्होंने निर्देश दिए कि ग्रामीण क्षेत्र में एमएलए फंड के तहत जो भी ट्यूबवैल स्वीकृत होते हैं उनमें बिजली का खर्चा भी साथ ही स्वीकृत किया जाए।
गौतम ने कहा कि पानी, बिजली की निर्बाध आपूर्ति सुनिश्चित की जाए ताकि तेज गर्मी में लोगों को परेशानी का सामना न करना पड़े। ग्रामीणों ने उन्हें ग्रामीण क्षेत्र में टेढे¬ पोल व ढीले तारों की समस्या से अवगत करवाया। ग्रामीणों ने बताया कि इन कारणों से क्षेत्र में कई दुर्घटनाएं व जान माल की हानि भी हुई है, बार-बार विभाग को कहने के बावजूद इनमें कोई सुधार नहीं हुआ है। जिला कलक्टर ने इसे गंभीरता से लेते हुए विभाग के अधीक्षण अभियंता से जवाब मांगा और निर्देश दिए कि डूंगरगढ़ शहरी व ग्रामीण क्षेत्र में गांववार शिविर आयोजित कर समस्या चिन्हित कर, उनका निस्तारण करें। उन्होंने कहा कि गांवों में 11 हजार केवी की लाइनों का सर्वे कर देखें कि कहीं तार ढीले तो नहीं है, ढीले पाए जाने पर कसवाने या अतिरिक्त पोल लगवा कर तंुरत कार्यवाही करें। पटवारी और ग्रामसेवक भी इस सम्बंध में उपखंड अधिकारी को रिपोर्ट सौंपेंगे। उन्होंने कहा कि क्षेत्र में विद्युत दुर्घटनाओं के शिकार लोगों के आश्रितों के प्रकरण में राहत देने की कार्यवाही भी प्राथमिकता से की जाए।  बिग्गा में 33 केवी की लाइन की शिफ्टिंग का कार्य एक माह में पूरा किया जाए। जिला कलक्टर ने दुलचारसर में सेन समाज के भवन के उपर से गुजर रहे बिजली के तार को शिफ्ट करने के निर्देश दिए। जिला कलक्टर को बताया गया कि लखासर में भी जीएसएस इसी माह चालू कर दिया जाएगा। इससे बेणीसर व लखासर के निवासियों को फायदा होगा। साथ ही शहर में विद्युत सप्लाई के सुधार हेतु दो 33 केवी सबस्टेशन बन गए हैं जो एक माह में चालू हो जाएंगे।
जिला कलक्टर ने गुणवत्ता परक चिकित्सा सुविधाएं मुहैया करवाने के निर्देश देते हुए कहा कि सभी जांच उपकरणों, दवाईयों की उपलब्धता पंचायत समिति स्तर पर सुनिश्चित की जाए। श्रीडूंगरगढ़ निवासियों ने डूंगरगढ़ सीएचसी में ब्लड स्टोरेज की मांग की। इस पर जिला कलक्टर ने एक सप्ताह में ब्लड स्टोरेज की व्यवस्था करवाने का भरोसा दिलाया। ट्रोमा सेंटर निर्माण की मांग पर जिला कलक्टर ने मांग का प्रस्ताव राज्य सरकार को भिजवाने की बात कही।  ग्रामीणों द्वारा बजरांगसर में उपस्वास्थ्य केन्द्र के लिए भवन निर्माण की मांग पर जिला कलक्टर ने जिला परिषद व सीएमएचओ को इस कार्य हेतु धनराशि की निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि श्रीडूंगरगढ़ तहसील से जितने भी चिकित्सक प्रतिनियुक्ति पर हैं उन्हें शीघ्र रिलीव कर दिया जाएगा।
जनसुनवाई के दौरान नगरपालिका के कार्यों में जलभराव, सड़कों का लेवल सही नहीं होने, नालियां, डैªनेज सिस्टम में अनियमितता से जुड़ी कई शिकायतें मिली। इस पर जिला कलक्टर ने कहा कि अनियमिताओं से जुड़ी शिकायतों की जांच के लिए निदेशक को लिखा जाएगा, वे टीम भेजकर जांच करवाएंगे। उपखंड अधिकारी भी साफ-सफाई का नियमित निरीक्षण करेंगे। जिला कलक्टर ने साफ-सफाई, निराश्रित पशुओं को गोचर मे छोड़ने तथा रोडवेज बस स्टेण्ड पर कब्जे हटाने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि नगर पालिका की स्थानीय स्तर की समस्याओं के निस्तारण के लिए उच्च अधिकारियों की कमेटी जांच करेगी। पुन्दलसर ग्राम पंचायत में नियुक्त कनिष्ठ लिपिक (एलडीसी) द्वारा मनरेगा सहित विभिन्न योजनाओं में भ्रष्टाचार की शिकायत पर उन्होंने सीईओ जिला परिषद को जांच के निर्देश दिए।
जनसुनवाई के दौरान सामाजिक न्याय व अधिकारिता विभाग द्वारा भी प्रकरणों का शत-प्रतिशत निराकरण किया गया। जिला कलक्टर ने 6 ट्राई साइकिल, 1 बैशाखी वितरित की। दो आस्थाकार्ड धारी परिवारों को खाद्य सुरक्षा से जुड़वाया और प्रमाण पत्र सौंपे। की। पालनहार के दो प्रकरणों में शिकायतों की जांच के बाद स्वीकृतियां जारी कर दी गई। जनसुनवाई में खाता विभाजन के 8, नाम शुद्धि के 20, विरासत नामान्तरकरण के 2, जन्म प्रमाण पत्र के 44, भूमि क्षेत्रीय प्रमाण पत्र के 6, सीमाज्ञान के 2 आवेदन प्राप्त हुए।
बदली हुई नजर आई श्रीडूंगरगढ़ की रंगत
जिला कलक्टर के दौरे के मददेनजर शुक्रवार को श्रीडूंगरगढ़ की रंगत बदली-बदली नजर आई। सुबह से ही सफाई कर्मचारी सड़कों सफाई कार्य में जुटे दिखे। सड़कें और नालियां भी साफ सथुरी नजर आई।
15 मिनट में हुआ खाता विभाजन
जनसुनवाई में महज 15 मिनट में खाता विभागजन कर दो भाइयों को राहत दी गई। ग्राम पंचायत समन्दसर निवासी जयकिशन ने बताया कि उन्हें जनसुनवाई के आयोजन की जानकारी मिली इसके बाद उन्होंने खाता विभाजन के लिए आवेदन प्रस्तुत किया। उन्होंने बताया कि आवेदन के 15 मिनट में अधिकारियों ने दोनों भाइयों की सहमति से जमीन का बंटवारा कर दिया। जयकिशन ने कहा कि  उन्हें इस बात की खुशी है कि जिला कलक्टर की पहल से उनका महत्वपूर्ण कार्य बिना किसी परेशानी के हो पाया और उनके समय व धन की भी बचत की।
जीएसएस के लिए तुरंत आवंटित की भूमि
इस अवसर पर ग्राम केऊ के ग्रामीणों द्वारा जीएसएस की मांग की गई। इस पर बिजली विभाग के अधिकारियों ने बताया कि जीएसएस निर्माण के लिए विभाग के पास जमीन उपलब्ध नहीं है। जिला कलक्टर ने तुरंत जमीन का आवंटन किया और कागजात विधायक को सौंपे। ग्रामीणों ने जिला कलक्टर की इस कार्यवाही पर प्रसन्नता जताई। इस अवसर पर श्रीडूंगरगढ़ विधायक गिरधारी लाल महिया, सीईओ जिला परिषद, अतिरिक्त जिला कलक्टर (शहर) शैलेन्द्र देवड़ा, उपखंड अधिकारी सबीना बिश्नोई, डीएसओ यशवंत भाकर, सीएमएचओ देवेन्द्र चौधरी प्रधान मघाराम, उपप्रधान केसराराम गोदारा सहित विभिन्न अधिकारी व नागरिक उपस्थित थे।
error: Content is protected !!
Join Whatsapp 26