
केतु का नक्षत्र परिवर्तन : क्या कोरोना संक्रमण से मिलेगी राहत, जानिए सभी 12 राशियों पर क्या प्रभाव पड़ेगा






जयपुर: ज्योतिष शास्त्र में क्रूर ग्रह माने जाने वाले केतु ने अपना नक्षत्र परिवर्तन किया है. अध्यात्म वैराग्य मोक्ष के कारक केतु ने 2 जून को बुध के जेष्ठा नक्षत्र से शनि के अनुराधा नक्षत्र में प्रवेश कर लिया है. इस नक्षत्र में केतु 08 फरवरी 2022 तक रहेंगे. केतु ग्रह के नक्षत्र परिवर्तन से कोरोना महामारी संक्रमण से जूझ रही दुनिया के लिए राहत मिलने की संभावना है. पूरी दुनिया में बदलाव आएगा. पाल बालाजी ज्योतिष संस्थान जयपुर के निदेशक ज्योतिषाचार्य अनीष व्यास ने बताया कि कोरोना महामारी संक्रमण पर लगाम लगेगी. साथ ही इससे जुड़े रिसर्च में नई नई तकनीक और मेडिसन आने के आसार है. केतु अपनी वक्री गति से चलते हुए दो जून 2021 को ज्येष्ठा नक्षत्र के प्रथम चरण से निकलकर शनि देव के अनुराधा नक्षत्र के चतुर्थ चरण में प्रवेश कर चुके हैं.शनिदेव भी त्याग तपस्वी विरक्ति की प्रकृति वाले ग्रह हैं. ऐसे में शनि के नक्षत्र में केतु का गोचर विशेष परिणाम देने वाला साबित होगा.
ज्योतिषाचार्य अनीष व्यास ने बताया कि केतु ग्रह को अध्यात्म, रहस्यमई दुनिया, एकाकीपन के लिए जाना जाता है जबकि अनुराधा नक्षत्र हमारे हृदय की महत्वाकांक्षाओं को दर्शाता है. यह गोचर वृश्चिक राशि में ही है जोकि मंगल के आधिपत्य की राशि है. वृश्चिक राशि स्वयं काल पुरुष की कुंडली के अष्टम भाव की राशि होने के कारण गुप्त कार्यों को दर्शाती है. शोध, आध्यात्मिक,ज्योतिष और खोजी प्रवृत्ति के कार्यों में यह केतु बहुत अधिक सफलता प्रदान कर सकते हैं. केतु ग्रह की यह सबसे बड़ी विशेषता है कि केतु जिस ग्रह के साथ बैठते हैं उसके बल को बढ़ा देते हैं यानी शुभ ग्रह के साथ बैठते हैं तो शुभ फल को बढ़ाते हैं और अशुभ ग्रह के साथ बैठते हैं तो अशुभ फल को बढ़ाते हैं. कुंडली में राहु और केतु के कारण पितृदोष का का निर्माण होता है. शास्त्रों के अनुसार “कुजवत केतु” अर्थात नैसर्गिक रूप से केतु मंगल के समान फल देता है.
देश दुनिया पर प्रभाव:
विश्वविख्यात भविष्यवक्ता और कुण्डली विश्ल़ेषक अनीष व्यास ने बताया कि केतु के नक्षत्र परिवर्तन से विश्व में भारत की साख बढ़ेगी. कोरोना महामारी संक्रमण तेजी से घटेगा. कोरोना महामारी से जुड़े अनुसंधान कार्य में सफलता मिलेगी। वैज्ञानिकों और डॉक्टरों को रहस्यमई एवं जानलेवा बीमारियों की नई-नई तकनीक एवं दवाइयां मिलेगी. संक्रामक रोगों और कोरोनावायरस जैसी बीमारियों की रोकथाम के उपायों को और भी बेहतर तरीके से खोजा जा सकेगा. कोरोना महामारी की उत्पत्ति से संबंधित जांच भी गति पकड़ सकती है और उसके चौंकाने वाले नतीजे सामने आ सकते हैं. देश और दुनिया की राजनीति में उठापटक होगी. साथ ही राजनीति उच्च पर होगी. राष्ट्रों के साथ रिश्तों में तनाव बढ़ सकता है. व्यावसायिक संबंधों पर असर पड़ सकता है. देश और दुनिया में आपसी संघर्ष और एक दूसरे के देश में जासूस भेजने का काम बढ़ सकता है.
करें पूजा-पाठ और दान:
विख्यात कुण्डली विश्ल़ेषक अनीष व्यास ने बताया कि केतु के अशुभ असर से बचने के लिए भैरवजी और हनुमानजी की पूजा करनी चाहिए. हनुमान और भैरव चालीसा का पाठ करें. केले के पत्ते पर चावल का भोग लगाएं. हरा रुमाल सदैव अपने साथ में रखें. तिल के लड्डू सुहागिनों को खिलाएं और तिल का दान करें. कन्याओं को रविवार के दिन मीठा दही और हलवा खिलाएं. प्रतिदिन कुत्ते को मीठी रोटी खिलाएं. कंबल किसी गरीब को दान करें.
विश्वविख्यात भविष्यवक्ता और कुण्डली विश्ल़ेषक अनीष व्यास से जानते हैं केतु के नक्षत्र परिवर्तन का सभी 12 राशियों पर प्रभाव.
जानिए सभी 12 राशियों पर प्रभाव:
मेष राशि: सेहत के प्रति सचेत रहें. जमीन-जायदाद से जुड़े लंबित मामले हो सकते हैं. धन हानि हो सकती है.
वृषभ राशि: व्यापारियों के लिए यह गोचर शुभ साबित होगा. सरकारी विभागों में लंबे समय से टल रहे कार्य पूरे हो सकते हैं. लेकिन वैवाहिक जीवन परेशानियों से घिर सकता है.
मिथुन राशि: जीवन साथी से कुछ मतभेद हो सकते हैं, लेकिन व्यापार आदि के लिए यह गोचर अच्छा रहेगा.
कर्क राशि: आय के साधन बढ़ेगे. रुका हुआ धन वापस मिल सकता है. नए दंपत्ति को संतान प्राप्ति के योग बन सकते हैं. छात्रों के लिए नए गोचर शुभ साबित होगा.
सिंह राशि: मित्रों व रिश्तेदारों की ओर से शुभ समाचार प्राप्त हो सकता है. लेकिन पारिवारिक कलह और मानसिक तनाव के बीच आर्थिक परेशानियां आपको घेर सकती हैं.
कन्या राशि: आर्थिक मामलों में यह गोचर इस राशि के जातकों के लिए वरदान साबित होगा. आपके द्वारा लिए गए फैसलों की सराहना होगी. जिद या आवेश में कोई भी फैसला लेने से बचें. रिश्तेदार या छोटे भाइयों से मतभेद की संभावना है.
तुला राशि: अचानक धन प्राप्ति के योग बन सकते हैं. खर्च पर कंट्रोल करें वरना आर्थिक तंगी का शिकार हो सकते हैं. झगड़े-विवाद की संभावना.
वृश्चिक राशि: कार्यक्षेत्र और व्यापार में उन्नति के साथ ही प्रमोशन के योग बन रहे हैं. उच्चाधिकारियों संग संबंध मधुर हो सकते हैं. जमीन-जायदाद से जुड़े मामलों का निपटारा हो सकता है.
धनु राशि: आर्थिक तंगी से बचें. खर्च की अधिकता रहेगी. विदेशी कंपनियों में सर्विस या नागरिकता के लिए आवेदन करना सफल हो सकता है.
मकर राशि: इस गोचर के दौरान मनोकामनाएं पूर्ण होने के साथ ही नौकरी में पदोन्नति की संभावना है. बिगड़े काम बन सकते हैं.
कुंभ राशि: इस गोचर के दौरान शुभ लाभ की प्राप्ति होगी. वाहन या मकान खरीदने का संकल्प पूरा हो सकता है. विदेश यात्रा का योग बन सकता है.
मीन राशि: संतान संबंधी चिंता से मुक्ति मिलेगी. कई बार आपके कार्य होते.होते रुक जाने के चलते आप निराश हो सकते हैं. उचित होगा आप ऊर्जा शक्ति को बरकरार रखें और जब तक कार्य पूरा न हो जाए तब तक कोशिश करते रहिए.


