
सावधान- राजस्थान में 7-8-9 सितंबर को इन-इन जिलों में होगी भारी से अति भारी बारिश






सावधान- राजस्थान में 7-8-9 सितंबर को इन-इन जिलों में होगी भारी से अति भारी बारिश
जयपुर। प्रदेश में मानसून एक्सप्रेस पूरी रफ्तार से दौड़ रही है। बादलों ने झोली खोली तो नदी-तालाबों और बांधों का आंचल खुशियों से लबालब हो गया। इस बीच मौसम विभाग ने आगामी 2 घंटों के भीतर प्रदेश के कई जिलों में बारिश का ऑरेंज और
आज बीकानेर सहित इन जिलों में हो सकती है भारी बारिश, मौसम विभाग ने की चेतावनी जारी
जयपुर मौसम विभाग के अनुसार जयपुर, अजमेर, नागौर, भीलवाड़ा, पाली और चित्तौडग़ढ़ जिलों में मध्यम से तेज बारिश होने की संभावना है। वहीं कुछ स्थानों पर भारी बारिश की भी चेतावनी जारी की है। विभाग ने इन जिलों के ऑरेंज अलर्ट जारी किया है। वहीं जयपुर शहर, दौसा, अलवर, भरतपुर, धौलपुर, करौली, सवाईमाधोपुर, टोंक, बूंदी, बारां, कोटा, झालावाड़, झुंझुनूं, चूरू, सीकर, जोधपुर, राजसमंद, उदयपुर, डूंगरपुर, बांसवाड़ा और प्रतापगढ़ जिले में कहीं कहीं हल्की से मध्यम बारिश हो सकती है।
आपको बता दें कि मानसून का परिसंचरण तंत्र आज उत्तर-पूर्वी राजस्थान व आसपास के क्षेत्र के ऊपर बना हुआ है और सतह से 5.8 किलोमीटर तक विस्तृत है। कम दबाव का क्षेत्र बंगाल की खाड़ी के ऊपर बना हुआ है। इसके प्रभाव से पूर्वी राजस्थान के अधिकांश भागों में आगामी 3-4 दिन मानसून सक्रिय रहने की संभावना है। 6 और 7 सितंबर को उदयपुर, अजमेर, जयपुर संभाग के कुछ भागों में मध्यम व कहीं-कहीं भारी व अतिभारी बारिश होने की संभावना है। जोधपुर, बीकानेर, भरतपुर व कोटा संभाग के कुछ भागों में भी मध्यम दर्जे की बारिश व कहीं-कहीं तेज बारिश होने की प्रबल संभावना है। उदयपुर, कोटा, अजमेर, जयपुर संभाग के कुछ भागों में 8-9 सितंबर को भी बारिश की गतिविधियां जारी रहने और कहीं-कहीं भारी बारिश होने की संभावना है।
वहीं भीलवाड़ा जिले में गुरुवार को झमाझम हुई। जलाशयों में तेजी से पानी की आवक हो रही है। अच्छी बारिश से आमजन का मन हर्षा रहा है। भीलवाड़ा शहर में गुरुवार को दिनभर बादल रहे। कभी तेज तो कभी रिमझिम हुई। लगातार बरसात ने हल्की सर्दी का अहसास कराया। पंखों की गति मंद हो गई है। रात में चद्दर ओढने की नौबत आ रही है। लगातार बरसात से शहर के अंडरपास लबालब चल रहे हैं। शाहपुरा शहर और गुलाबपुरा कस्बे में दोपहर में दो घंटे झमाझम हुई। इससे शाहपुरा-गुलाबपुरा जलमग्न हो गए। सडक़ों पर घुटनों तक पानी भर गया। लोगों ने बरसात का जमकर आनंद लिया। कई घरों में पानी घुसने से बारिश आफत बनकर आई।
जिले में शभूगढ़ में सर्वाधिक साढ़े सात और आसींद में साढ़े पांच इंच बारिश हुई। उधर, जयपुर-अजमेर और टोंक की लाइफलाइन कहलाने वाला बीसलपुर बांध भरने में अहम भूमिका निभा रही त्रिवेणी नदी उफान पर है। त्रिवेणी साढ़े तीन मीटर चल रही है। त्रिवेणी संगम पर भगवान भोलेनाथ का मंदिर डूब गया। भीलवाड़ा की जीवन रेखा मेजा बांध साढ़े अठारह फीट पहुंच गया है। बांध में तेजी से पानी की आवक हो रही है।


