
करंट से कर्मचारी की मौत का मामला : तथाकथित लोग कर्मचारियों को नहीं करने दे रहे काम, उपभोक्ता हो रहे परेशान






बीकानेर। बिजली कम्पनी में कार्यरत्त कर्मचारी की करंट लगने से हुई मौत के बाद से मृतक के परिजनों द्वारा अपनी मांगों को लेकर लगाया जा रहा धरना जारी है। पहले दिन कम्पनी और प्रशासन से बातचीत बेनतीजा रही।
कंपनी प्रवक्ता ने बताया कि आज दूसरे दिन भी कुछ लोगों की धमकी के कारण ठेकेदार के कर्मचारी काम पर नहीं आए जिससे रखरखाव का काम पूरी ठप पड़ा है। कंपनी को अब तक 500 से अधिक शिकायतें मिली है जिनका निराकरण नहीं हो पा रहा है। करीब 11 आपातकालीन शिकायतें है। कल शाम को नत्थूसर बाग और नायपीर दरगाह क्षेत्र में बिजली बन्द होने पर लोगों ने जैसलमेर रोड गौशाला जीएसएस पर जाम कर रखा है। पुलिस मौके पर पहुंच गई है लेकिन कर्मचारी काम नहीं कर पा रहे है।इसी तरह 132 केवी जीएसएस के नम्बर एक फीडर को स्पार्किंग के कारण बन्द करना पड़ा जिसे कर्मचारी ठीक नहीं कर रहे हैं। इससे सुजानदेसर और चेतनानंद जीएसएस बन्द पड़े हैं।शिकायतों का निराकरण नहीं होने से उपभोक्ता परेशान हो रहे हैं। कंपनी धमकी से डरे कर्मचारियों को समझाने का प्रयास कर रही है।
इसी बीच बिजली कम्पनी के कर्मचारीयों से भी कार्य बहिष्कार करने का दबाव बनाने व काम नहीं करने की धमकियां दी जा रही है। इन धमकियों से डरे-सहमे कर्मचारी काम पर नहीं आ रहे। बता दें कि पहले दिन धरनार्थियों के साथ हुई बिजली कंपनी के अधिकारियों की वार्ता में कंपनी की ओर से मृतक के परिवार को 15 लाख रुपए देने, ईएसआई के तहत मृतक की पत्नी को 60 साल की उम्र तक पेंशन और एकमुश्त राशि देने का प्रस्ताव दिया था। इसके अलावा राज्य सरकार ने भी मुख्यमंत्री आयुष्मान योजना के तहत पांच लाख रुपए देने की घोषणा की थी। लेकिन मृतक के परिजन व धरनार्थी इस मांग पर संतुष्ट नहीं हुए और धरना जारी रखने का फैसला लिया।


