
दो या तीन दिन बाद प्रभावी होगी नहरबंदी, लूट से बचाने के लिए केवल दरें ही तय नहीं करें प्रशासन, बल्कि उसे धरातल पर लागू भी करवाएं







खुलासा न्यूज, बीकानेर। वैसे 21 अप्रैल से नहरबंदी हो गई है, लेकिन अभी तक नहरबंदी का प्रभाव लागू नहीं हुआ है, यानि पानी सप्लाई निरंतर हो रहा है। बताया जा रहा है कि दो या तीन दिन बाद एक दिन छोड़ एक दिन पानी दिया जाना शुरू किया जाएगा। नहरबंदी प्रभावी रूप से लागू होने के बाद टैैंकर माफिया हावी हो जाएंगे, जो मुंह मांगे दाम पानी के वसूल करेंगे। जो हमेशा होता आया है। इससे गरीब आम-आदमी मारा जाता है। हालांकि इस लूट से बचाने के लिए प्रशासन द्वारा किलोमीटर पर पानी टैंकर की दरें तय की जाती रही है, लेकिन प्रशासन के आदेशों की धरातल पर पालना नहीं होने के कारण लूट वैसे ही जारी रहती है। यानि प्रशासन के आदेशों का टैंकर माफियाओं पर कोई असर नहीं होता, वो अपनी लूट जारी रखते है। आम-आदमी प्रशासन के आदेशों के हवाला देते है, लेकिन टैंकर माफिया उसको नहीं मानते, अपने द्वारा तय किये दाम ही वसूलते है। इसका बड़ी वजह यह है कि प्रशासन आदेश तो कर देता है, परंतु उन आदेशों का धरातल पर लागू नहीं करवा पाता। प्रशासन के यह काम अभी तक चुनौती बना हुआ है। अब इस बार की नहरबंदी का समय आ गया है और दो-तीन बाद एक दिन छोड़ एक दिन पानी दिया जाएगा। ऐसे में पानी टैंकर की मांग बढ़ेगी। जिला प्रशासन को चाहिए कि आम-आदमी को लूट से बचाने के लिए किलोमीटर के हिसाब से पानी टैंकर की दरें तय करें और उन दरों को धरातल पर लागू करवाने के लिए बकायदा एक टीम बनाए, जो इस पर प्रोपर रूप से काम करें। आम-आदमी द्वारा शिकायत करने के लिए हेल्पलाइन नंबर जारी करें और शिकायत पर तुरंत एक्शन लिया जाए। अगर आदेशों को धरातल पर लागू नहीं किया जाता है तो फिर आदेश निकालने का कोई मतलब नहीं।

