
नहरबंदी हुई नहीं और टैंकर माफिया शहर में हो गये सक्रिय, लगता है मचेगी बड़ी लूट, अभी से प्रशासन को होना पड़ेगा सर्तक






बीकानेर। हर साल की भांति इस बार भी इसी माह से नहरबंदी होने जा रही है। जिसको लेकर आमजन परेशान व चिंतित है तो दूसरी ओर टैंकर माफियाओं खुश नजर आ रह है, क्योंकि वे हर साल की भांति इस बार भी मौके को भुनाने में जुट गए है। आमजन को लूटने के लिए कुछ लोगों ने तो नए ट्रैक्टर व टैंकर भी बनवा लिये है। दरअसल, इस भीषण गर्मी में सबसे अधिक जरूरत पानी की रहती है और नहरबंदी में एक दिन छोड़ पानी दिया जाता है वो भी मात्र एक घंटा। हालांकि इस दौरान शहर कुछ मोहल्ले वार्ड ऐसे भी है जहां तीन-चार दिन तक पानी नहीं पहुंचता। ऐसे स्थानों पर जब पानी टैंकर पहुंचता है तो पानी के लिए लोगों की लंबी-लंबी कतारें लग जाती है। नहरबंदी में पूरे शहर में पानी की भारी किल्लत हो जाती है और लोग मजबूरन पानी टैंकरों से मंगवाने पर मजबूर हो जाते है। इसे देखते हुए पानी टैंकर वाले अपनी रेट तीन से चार गुना बढ़ा देते है, यानि आमतौर पर 500 रुपए मिलने वाला पानी टैंकर इस नहरबंदी में 1500 से 2000 रुपए में मिलता है। इसी रेट में भी टैंकर वाले भाव खाते है। कुछ तो खारा पानी भी बेचते है और कहते है ऐसा पानी ही मिलेगा, लेना है तो लेवो, वरना किसी दूसरे के पास चले जाओ। इस तरह इस नहरबंदी के दौरान टैंकर माफियाओं द्वारा बड़े स्तर पर आमजन को लूटा जाता है। हालांकि प्रशासन द्वारा इस लूट से आमजन को बचाने के लिए प्राइवेट टैंकर की रेट तय की जाती है, लेकिन यह आदेश धरातल पर लागू नहीं होता, ऐसे में प्रशासन का यह कदम आमजन के लिए राहतभरा नहीं होता है। पिछली बार प्रशासन ने कुछ पीएचडी विभाग से टेंडर से टैंकर लगवाये गए थे जो आमजन को निशुल्क पानी उपलब्ध करवा रहे थे, लेकिन इसको लेकर आमजन का कहना है कि ये टैंकर केवल उन्हीं के घर पहुंचे, जिनकी प्रशासन में या राजनीति में अच्छी पकड़ है। आमजन को इससे भी कोई राहत नहीं मिली थी, उन्हें अपनी जेब से पैसे खर्च कर ही पानी मंगवाना पड़ा था। लोगों का कहना है कि इस बार गर्मी बहुत ज्यादा पडऩे वाली है, ऐसे में पानी की खपत भी अधिक रहेगी। जिसको देखते हुए टैंकर माफियाओं द्वारा आमजन को लूटा जाएगा, इस लूट से बचाने के लिए प्रशासन को समय रहते कुछ ठोस कदम उठाने होंगे और ताकि आमजन लूट से बच सके। खासतौर पर संभागीय आयुक्त नीरज के पवन व जिला कलेक्टर भगवती प्रसाद से लोगों को उम्मीद है कि वे इस संबंध में कोई आमजन के लिए राहतभरा कदम उठाएंगे।


