
पत्रकार के पास आया फोन, खाते में जमा करवा दो रुपये






खुलासा न्यूज बीकानेर। मोबाइल जो कि उपयोगी है तथा देश में ही नहीं विदेशों में बैठे अपनों का सम्पर्क साथी भी हैं। किंतु अपराधिक प्रवृति के लोग उसका दुरुपयोग कर लोगों को चूना लगाने का काम कर रहे है। ऐसे में सावधान हो जाइये। आप कहीं बड़ी मुसीबत में फंस सकते है। ऐसा ही एक मामला सामने आया, किंतु सूझबूझ से मामला जैसे-तैसे निपट गया। जानकारी के मुताबिक अनिल रावत जो लम्बे समय से पत्रकारिता कर रहे है। उनके पास 9588361473 नम्बरों से एक कॉल आया। जो कि टू्र कॉलर में गुरु नाम से बता रहा है। उसने रावत को बातों में उलझाने के साथ उसको नाम से पुकारा, बल्कि एक साथ पढ़े होने का हवाला देते हुए कहा कि मैं मुसीबत में हूं और मुझे रुपयों की सख्त जरूरत है और ये रुपए भी मेरा एक जानकार देने को तैयार हैं, किंतु मेरा मोबाइल उसको लेने में असमर्थ है। ऐसे में उसने अनिल से मोबाइल के बहाने उसके बैंक अकाउंट की टोह लेनी चाही। किंतु रावत ने अपनी सूझबूझ से टाल दिया। उसके बाद तुरंत फिर फोन आया। जिसमें कहा कि क्या हुआ?, इस पर फिर अनिल ने वही अपना रटारटाया जवाब दिया तो उसने कहा कि यार फिर वो बन्दा चला जाएगा, किसी और के नम्बर दे दो। आपकी बहुत जान पहचान है। इसके बावजूद भी नहीं माना तो दबाव बनाया कि 20 हजार रुपए आपके खाते में डलवा देता हूं। मुझे आप पर पूरा विश्वास है और मैं आपके अलावा किसी दूसरे पर भरोसा नहीं करता। तुम मेरे दोस्त हो अगर तुम्हे रुपयों की जरूरत है तो 20 हजार में से आधे आप रख लेना और शेष आधा मुझे कल भेज देना।
विशेष सलाह : आधुनिक युग में अलग-अलग प्रकार की ऐप का प्रयोग कर अपराधी आपका नाम व थोड़ा बहुत स्टेट्स के बारे में जानकारी प्राप्त कर लेते है। इसके आधार पर आपको कॉल कर पुराने याराना व सम्बन्ध का हवाला देकर ठगी का शिकार बनाने की कोशिश करते है। ऐसे हालातों हमें सतर्क रहकर स्वयं के बैंक खाते, फोन-पे, गूगल-पे या फिर भी प्रकार के ओटीपी की जानकारी नहीं चाहिए।


