
मंत्रिमंडल फेरबदल होगा, अगले महीने फाइव स्टार बाड़ेबंदी की तैयारी






जयपुर। देश की सबसे पुरानी पार्टी के बड़े नेताओं का इन दिनों उदयपुर में जमावड़ा है। पार्टी के सबसे बड़े नेता और पूर्व अध्यक्ष कार्यक्रम के लिए ट्रेन से वहां पहुंचे, जो अपने आप में सियासी इनोवेशन था। अब चूंकि प्रदेश में पार्टी सत्ता में है तो जाहिर था कि बड़े नेता सबसे बड़े नेता का स्वागत करने के लिए दल बल के साथ पहुंचेंगे ही और हुआ भी ऐसा ही। ट्रेन से उतरने के बाद पूर्व अध्यक्ष के स्वागत में नेताओं-कार्यकर्ताओं ने खूब ताकत दिखाई। एक युवा नेता ज्यादा ही जोश में आ गए तो पूर्व अध्यक्ष नाराज हो गए। जोरदार नारे लगा रहे युवा नेता को पास बुलाया और डांटते हुए पूछा- कान में नारे क्यों लगा रहेहो? किसी नेता को अपने ही कार्यकर्ता की जोरदार नारेबाजी से नाराज होते हुए पहली बार सुना। जिस युवा को डांट पड़ी उसे यह जरूरत अहसास हो गया कि कुछ भी करने से पहले बड़े नेता का मूड जरूर भांप लेना चाहिए। आगे मंत्रिमंडल फेरबदल की संभावनाएंसत्ताधारी पार्टी में ब्रेन स्टॉर्मिंग का दौर चल रहा है। ब्रेन स्टॉर्म कइयों के लिए सियासी तूफान साबित होने वाला है। जून केबाद प्रदेश में सत्ता-संगठन के स्तर पर बड़े बदलावों का फेज शुरू होना है। इन बदलावों में मंत्रियों का नंबर आने के भी संके त हैं। जून-जुलाई के आसपास एक बार फिर मंत्रिमंडल फेरबदल के आसार बन रहे हैं। छनकर आ रही सूचनाओं के अनुसार कुछ गलतियों को ठीक करने के लिए मंत्रिमंडल फेरबदल का फॉर्मूला अपनाने पर विचार किया जा रहा है। इस फेरबदल में नॉन परफॉर्मर और विवाद पैदा कर लायबिलिटी बनने वालों को बाहर का रास्ता दिखाया जाना तय है।
राज्यसभा की दौड़ में नेताजी एक्सपोज
सत्ताधारी पार्टी में राज्यसभा जाने वालों की लंबी कतार है, इसके लिए अपनी-अपनी स्टाइल में दावेदारी की जा रही है। एक नेताजी दावेदारी के स्टाइल में इस्तेमाल हो गए और उनका स्टाइल एक्सपोज हो गया। नेताजी ने लीडरशिप के स्थायित्व को लेकर कुछ ऐसा नरेटिव बनाने का प्रयास किया, जिसका कोई आधार ही नहीं था। पड़ताल के बाद सामने आया कि बड़े नेता से राज्यसभा का प्रलोभन मिलने के बाद नेताजी ने यह सब किया। अब राजनीति में इस तरह की चीजें छिपती नहीं हैं।


