जल्द लग सकती है मंत्रिमंडल के नामों पर मुहर, ये विधायक रेस में

जल्द लग सकती है मंत्रिमंडल के नामों पर मुहर, ये विधायक रेस में

सीएम भजनलाल शर्मा ने पीएम मोदी और अमित शाह से की मुलाकात
खुलासा न्यूज नेटवर्क। सीएम भजनलाल शर्मा अपने मंत्रिमंडल का विस्तार इस सप्ताह कर सकते हैं। शर्मा ने दोनों उप मुख्यमंत्री दीया कुमारी और प्रेमचंद बैरवा के साथ दिल्ली में पीएम नरेंद्र मोदी से मुलाकात की। इसके साथ ही उन्होंने केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह और बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा से भी मुलाकात की। सूत्रों के मुताबिक मंत्रिमंडल के नामों पर अंतिम मुहर जल्द लग सकती है। तीनों नेता दिल्ली से वापस लौट आए हैं। राजनीतिक जानकारों का कहना है कि नव गठित होने वाले मंत्रिमंडल में डॉ किरोड़ीलाल मीणा, अनिता भदेल जैसे वरिष्ठ चेहरों के साथ संजय शर्मा, जेठानंद व्यास जैसे विधायक भी जगह बना सकते हैं। हालांकि, जातीय समीकरणों के आधार पर मुख्यमंत्री और केंद्रीय नेतृत्व का सामंजस्य बिठाने पर अधिक जोर हो सकता है। वहीं, आने वाले लोकसभा चुनाव की झलक भी भजनलाल सरकार के मंत्रिमंडल में नजर आ सकती है। माना यह भी जा रहा है कि मंत्रिमंडल में वरिष्ठ की अपेक्षा उन विधायकों को मौका दिया जा सकता है, जो अभी तक कभी मंत्री नहीं बने। हालांकि कुछ वरिष्ठ विधायकों को भी मंत्री बनाया जा सकता है। इनकी संख्या ज्यादा नहीं होगी। वहीं, लोकसभा चुनावों से पहले जातीय और क्षेत्रीय संतुलन बनाकर मंत्रिमंडल में विधायकों को शामिल किया जाएगा। इससे पार्टी लोकसभा चुनावों में इसे भुना सके। ऐसे में मानकर चला जा रहा है कि शेखावाटी अंचल जहां बीजेपी की परफॉर्मेंस कमजोर रहा है, वहां जीते हुए अधिकतर विधायकों को मंत्रिमंडल में शामिल किया जा सकता है।

ये विधायक मंत्री बनने की रेस में

पूर्वी राजस्थान के सबसे कद्दावर नेताओं में शामिल डॉ किरोड़ीलाल मीणा के मंत्रिमंडल का चेहरा बनने की प्रबल संभावना है। वहीं, हिंदुवादी चेहरा और तिजारा से विधायक बाबा बालकनाथ भी भजनलाल मंत्रिमंडल का हिस्सा हो सकते हैं। महिला चेहरों में अनिता भदेल, दीप्ति माहेश्वरी और पहली बार विधायक बनीं नौक्षम चौधरी पर नजरें हैं। वहीं, दलित वर्ग से जितेंद्र गोठवाल और वरिष्ठ विधायक मदन दिलावर भी नई सरकार में मंत्री की जिम्मेदारी संभालते हुए नजर आ सकते हैं। जबकि राजपूत समाज से पुष्पेंद्र सिंह राणावत, सिद्धि कुमारी जैसे वरिष्ठ विधायकों के समर्थकों को उम्मीद है कि उनके नेता इस बार जरूर मंत्री बनेंगे। ब्रह्मण समाज को भी उम्मीद है कि मुख्यमंत्री उनके बीच से बनने के बाद एक-दो मंत्री पद और उनकी झोली में आ सकते हैं। इसलिए संजय शर्मा, संदीप शर्मा, जेठानन्द व्यास जैसे विधायक भी रेस में बने हुए हैं। नए मंत्रिमंडल में सबसे अधिक निगाहें जाट समाज को मिलने वाले प्रतिनिधित्व पर टिकीं होंगे। क्योंकि मुख्यमंत्री, दो उप मुख्यमंत्री और विधानसभा अध्यक्ष जैसे पदों पर एक भी जाट चेहरे को भाजपा ने मौका नहीं दिया है। इसलिए 12 जाट विधायकों पर सभी की निगाहें हैं कि कितनों को मौका मिलेगा।

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