
मंत्रिमंडल विस्तार की सुगबुगाहट,इनको मिल सकती है मंत्रिमंडल में जगह!





जयपुर। सत्तापक्ष की अपने व निर्दलीय विधायकों की बाड़ेबंदी का असल असर राज्यसभा चुनाव के बाद दिखाई देगा। कोरोना के कारण मंत्रिमंडल विस्तार अटक गया था। अब राज्यसभा चुनाव के बाद नजरें मंत्रिमंडल विस्तार पर हैं।बसपा से कांग्रेस में शामिल हुए विधायकों और निर्दलीय चुनाव जीते पूर्व में कांग्रेस में शामिल रहे वरिष्ठ नेताओं को गहलोत टीम में जगह मिलने की उम्मीदें हैं। ऐसे में कांग्रेस के कई वरिष्ठ विधायक भी बाड़ाबंदी में सरकार और पार्टी लाइन के आधार पर अनुशासित प्रदर्शन कर रहे हैं। फिलहाल मुख्यमंत्री, उप मुख्यमंत्री सचिन पायलट, 13 अन्य केबिनेट मंत्री सहित सहित 25 को मंत्रिमंडल में जगह मिली हुई है। वर्तमान संख्या को देखते हुए पांच नए मंत्री अभी और बनाए जा सकते हैं। यदि पुराने चेहरों को भी बदला जाता है, तो और ज्यादा नए चेहरे देखने को मिल सकते हैं। मंत्रिमण्डल विस्तार को लेकर लंबे समय से तैयारी चलने की खबर आ रही हैं, लेकिन पंचायत चुनाव और फिर निकाय चुनाव के चलते टल गया।
मंत्री पद की दौड़ में कांग्रेस के ये दिग्गज
मंत्री पद की दौड़ में कांग्रेस के वे वरिष्ठ विधायक शामिल हैं, जो पार्टी की पूर्व सरकारों में मंत्री रहे हैं। इनमें पूर्व विधानसभा अध्यक्ष दीपेंद्र सिंह शेखावत के साथ पूर्व ऊर्जा मंत्री डॉ. जितेंद्र सिंह, पूर्व वन एवं पर्यावरण मंत्री रामलाल जाट, पूर्व राजस्व मंत्री हेमाराम चौधरी, पूर्व जनजाति क्षेत्र विकास मंत्री महेंद्रजीत सिंह मालवीय, पूर्व उद्योग मंत्री राजेंद्र पारीक व पूर्व चिकित्सा राज्य मंत्री राजकुमार शर्मा सहित कुछ अन्य वरिष्ठ नेताओं के नाम शामिल हैं।बसपा से कांग्रेस में शामिल होने के बाद राजकुमार शर्मा को पिछली कांग्रेस सरकार में मंत्री बनाया गया था। नई टीम में बसपा से कांग्रेस में शामिल हुए राजेंद्र गुढ़ा का नाम भी शामिल हो सकता है। निर्दलियों में सबसे आगे संयम लोढ़ा,केंद्रीय मंत्री रहे महादेव सिंह खंडेला और पूर्व खाद्य एवं नागरिक आपूर्ति मंत्री बाबूलाल नागर के नाम आगे चल रहे हैं।
