नागरिकता संशोधन कानून का बीकानेर में भी मुखर विरोध
बीकानेर। नागरिकता संशोधन कानून का जहां देशभर में विरोध हेा रहा है,वहीं बीकानेर भी इससे अछूता नहीं है। यहां भी सर्वसमाज की ओर इस कानून के विरोध में शुक्रवार को एक रैली निकाल कर राष्ट्रपति के नाम ज्ञापन सौंपा जाएगा। सर्किट हाउस में पत्रकारों से मुखातिब होते हुए सर्वसमाज के लोगों ने इसका पुरजोर विरोध करते हैं कहा कि इस कानून के लागू होने से देश में बने भाईचारे के माहौल में खलल पैदा होगा। जिससे भारत की एकता व अखंडता को खतरा पैदा होगा। श्रीडूंगरगढ़ विधायक कॉ गिरधारी महिया ने कहा कि यह कानून भारत के संविधान की आत्मा पर हमला है। महिया ने कहा, देश में अशांति, भय और नफरत की जो आग भड़काई जा रही है, वह वास्तव में परेशान करने वाली है. जिस लोकतंत्र के लिए हमने इतना दर्द झेला और जिस तरह से इसे बर्बाद किया जा रहा है कि वह निंदनीय है। इन परिस्थितियों में मैं किसी सरकारी पुरस्कार को अपने अधिकार में नहीं रखना चाहता। कांग्रेस प्रवक्ता गजेन्द्र सांखला ने कहा कि कि अब काले अंग्रेज एनआरसी लेकर आ रहे हैं। जिस दिन ये आएगा, उसी दिन से पूरे देश में सविनय अवज्ञा आंदोलन शुरू करेंगे। उन्होंने कहा कि केंद्र की सरकार लोगों को भड़काने, लड़ाने, आग लगाने, काटने और भिड़ाने का काम कर रही है।छात्रों के साथ मारपीट की जा रही है। इस बिल के कारण असम जल रहा है। दिल्ली, उत्तर प्रदेश और पश्चिम बंगाल में हिंसा हो रही है, लेकिन गृहमंत्री अमित शाह कह रहे हैं कि ये शुरुआत है, एनआरसी लागू करेंगे। एनआरसी में प्रमाणित करेंगे कि आप भारतीय हैं या नहीं।उन्होंने केंद्र सरकार पर आरोप लगाते हुए कहा कि केंद्र की भाजपा सरकार जो भी योजना लेकर आई सब फेल है। इस मौके पर सलीम भाटी,साजिद सुलेमानी,विजय आचार्य,अनवर अजमेरी,गायत्री प्रसाद शर्मा भी मौजूद रहे।