
धंधे की बात : 1 महीने में आप स्टॉक मार्केट से कितना पैसा कमा सकते हैं?





खुलासा न्यूज,बीकानेर। जिंदगी में आगे बढ़ने और पैसे कमाने की चाह सभी को होती है। लेकिन पैसा कैसे कमाएं ओर किस व्यवसाय में मुनाफा हो सकता है। यह भी एक अहम प्रश्न है। इस समस्या से निजात दिलाने के लिए खुलासा प्रत्येक रविवार को एक एक्सपर्ट से आपको रूबरू करवाएगा। इसी क्रम में इस बार भी हमारे संवाददाता ने पीएस इन्वेस्टमेंट्स के फाउंडर एवम बिजनेस हैड पीयूष शंगारी के साथ वित्तीय मामलों से संबंधित अपने साक्षात्कार में स्टॉक मार्केट से कमाए जाने वाले मुनाफे के बारे में चर्चा की।
शंगारी ने अपनी बात शुरू करते हुए कहा कि अक्सर जब हम शेयर बाजार में निवेश करने की बात करते हैं तो सबसे पहले सवाल आता है कि शेयर बाजार में निवेश करने से कितना पैसा बनाया जा सकता है? या यूं कहें कि शेयर मार्केट में निवेश करने की बात जब सामने आती है तो दो तरह के लोगों के दो तरह के रिएक्शन होते हैं- या तो आप स्टॉक मार्केट को सोने की खान समझ कर उसमें इन्वेस्ट करने के लिए एक्साइटिड हो जाते हैं या फिर आप स्टॉक मार्केट में पैसा डूबने की कहानियां बताते हैं। असल में स्टॉक मार्केट में ट्रेडिंग की सच्चाई इन दोनों बातों के बीच की कहानी है। यह सच है कि स्टॉक मार्केट में ट्रेड करने से आप अंतहीन फायदा कमा सकते हैं लेकिन यह भी सच है कि जीवन में कुछ भी आसानी से नहीं मिलता। स्टॉक मार्केट से होने वाली आय या स्टॉक मार्केट से होने वाला फायदा बहुत आसान लग सकता है लेकिन ध्यान रखने वाली बात यह है कि यह फायदा अपने साथ जोखिम को भी लेकर चलता है।
जहाँ तक रही शेयर बाजार में तय लाभ की सही मात्रा की बात तो यहाँ का सच यह है कि आप इस बाजार से कितना कमा रहे हैं इसकी कोई ऊपरी सीमा नहीं है। लेकिन आपको सदैव यथार्थवादी होना होगा। शंगारी ने कहा कि शेयर बाजार के निवेश में समय और मेहनत दोनों प्रचुर मात्रा में लगती है। यह सुनकर शायद आप मुझे कोसने लगे- अरे हमने तो सुना था कि शेयर बाजार में बहुत कम समय में बहुत कम लोग ही अमीर हो पाते हैं। पीयूष ने कहा- खैर मेरे पास आपके लिए एक खबर है “अगर आप स्टॉक मार्केट में बड़े पैमाने पर रिटर्न या लाभांश चाहते हैं तो आपको धैर्य रखना होगा और अपनी निजी रिसर्च अथवा शोध में बहुत सारा समय देना होगा।”
यहां एक सिद्धांत का ध्यान रखना बहुत आवश्यक है कि जब बात पैसों की हो तो वहां कोई शॉर्टकट काम नहीं आता। इसका मतलब यह नहीं है कि आप शेयर मार्केट से डरकर निवेश ही ना करें। इसके बजाय आप अपने लक्ष्य के बारे में अधिक जागरूक बनें। आपका निवेश करने का मकसद क्या है? आप कितना जोखिम उठाने को तैयार है? आपकी बाजार संबंधी जानकारी कितनी है? आपको इन सभी मानदंडों पर ध्यान देना आवश्यक है क्योंकि अगर आप इन पर पूरा ध्यान रखोगे तब ही एक अच्छा लाभांश प्राप्त कर सकोगे।
शंगारी ने कहा कि चलिए थोड़ी विस्तृत चर्चा करते हैं उन तथ्यों के बारे में जिनके द्वारा आप इस बाजार में निवेश कर के अच्छा मुनाफा कमा सकते हैं।
सबसे पहला और महत्वपूर्ण कदम आपके निवेश की प्रोफाइल को समझना है। 1 महीने में कितना कमाया जाए यह सोचने के चक्कर में पहले आपको यह देखना है कि आप कितना निवेश कर सकते हैं। जैसा कि मैं हमेशा यह कहता हूँ कि “सर्वश्रेष्ठ की उम्मीद करें और सबसे बुरे के लिए तैयार रहें”। तो आपको एक ऐसी स्थिति पर भी विचार करना होगा जब आप का निवेश आपको वह रिटर्न नहीं दे पा रहा है जिसकी आपने उम्मीद की हो! शेयर बाजार में निवेश करना अपने आप में एक जोखिम है, तो सबसे पहले खुद से यह सवाल पूछे कि आप कितना जोखिम लेने को तैयार हैं? आपके पास में कितना पैसा अलग से रखा हुआ है जो आपके इन्वेस्टमेंट के चक्कर में अगर खो भी जाए तो आपको कोई फर्क नहीं पड़ेगा? उदाहरण के लिए अगर आप यह तय करते हैं कि आपके पास में यथा राशि है जिसे आप आराम से निवेश कर सकते हैं। लेकिन जब आप वास्तविक रूप से निवेश करने जाएं तो उस अमाउंट का आधा ही निवेश करें। पहली बार निवेश करते समय आपको अति आत्मविश्वासी नहीं होना चाहिए और हर कदम सोच समझ कर रखना चाहिए।
अगली बात जो आपके स्टॉक इन्वेस्टमेंट के लिए बहुत महत्वपूर्ण है वह है रिसर्च, रिसर्च और केवल रिसर्च। हम जितनी रिसर्च करें सदैव कम ही होगी। यह बेहद जरूरी है कि सदैव स्टॉक और बाजार के ट्रेंड के बारे में हम लोगों को अच्छे से रिसर्च करनी चाहिए। किसी स्टॉक की परफॉर्मेंस का आंकलन करने के लिए महत्वपूर्ण है कि आपको उस स्टॉक के कुछ विशेष बिंदुओं का अध्ययन करना चाहिए। मूल रूप से किसी भी स्टॉक की रिसर्च में तीन बुनियादी बातों को देखना जरूरी है जैसे आप किसी स्टॉक में अगर निवेश करने जा रहे हैं तो पहले यह देखना जरूरी है की वह कंपनी और उसकी परफॉर्मेंस दोनों की नींव मजबूत हो। आपको कंपनी की वार्षिक रिपोर्ट का आंकलन करना चाहिए, उसकी वेबसाइट पर जाकर उसके प्रबंधन के विजन को जानना चाहिए और कंपनी के बारे में अखबारों तथा न्यूज़ चैनलों के माध्यम से सूचनाओं को एकत्रित करना भी जरूरी है। जिससे हमें यह जानकारी मिलती है कि कंपनी का आगामी लक्ष्य क्या है और हमें यह पता लग सकता है कि कंपनी किन तरीकों से अपने व्यापार को अच्छा बनाने में लगी है या उसके जो ग्राहक है उससे संतुष्ट हैं अथवा नहीं। ये सब तथ्य पूर्ण रूप से आंकलन के पश्चात भविष्य में उस कंपनी के शेयर की बढ़ती हुई कीमतों की तरफ इशारा करते हैं।
- शंगारी ने बात जारी रखते हुए कहा कि अगला बिंदु आता है कि कैसे मूल्य निर्धारण किया जाए? उन्होंने उदाहरण देते हुए कहा कि ऐसा हो सकता है कि कोई कंपनी अपने क्षेत्र की सबसे शानदार कंपनी हो और एक बहुत बड़ा जाना माना नाम हो लेकिन अगर उसका स्टॉक उच्चतम स्तर पर है तो उसके निवेशक को असल में कुछ खास लाभ नहीं मिल रहा होगा। आइए इस स्थिति में हम पीई को देखेंगे। पीई रेश्यो का मतलब है की प्रॉफिट इक्विटी अनुपात क्या है। आप कंपनी के ऐतिहासिक मूल्य चार्ट भी देख सकते हैं। अगर शेयर बहुत ही उच्च कीमत पर हो तो आपको इस उच्चतम स्तर पर खरीद के बाद में कम मूल्य पर बेचने की नौबत आ सकती है।
अगला मुख्य बिंदु यह है कि कभी भी निवेश करने से पहले निवेश की समय सीमा तय की जाए। अगर आप अल्पकालिक लाभ की आशा करते हैं तो फिर ब्लूचिप कंपनियों में निवेश करना अच्छा निर्णय नहीं है। दूसरी ओर यूनिकॉर्न स्टार्टअप्स और विघटनकारी कम्पनियों में निवेश से जोखिम बढ़ जाता है। अतः सबसे पहले अपने निवेश की समय सीमा तय की जानी बेहद जरूरी है।
अब हम पुनः उसी सवाल पर वापस आते हैं कि 1 महीने में स्टॉक मार्केट से कितना लाभ कमाया जा सकता है अथवा कितना पैसा बनाया जा सकता है? तो यह तीन बातों पर निश्चित होगा- पहला कि आप कितना कैपिटल अमाउंट निवेश कर सकते हैं? दूसरा आपकी ट्रेडिंग की फ्रीक्वेंसी क्या होगी और तीसरा आप कितना जोखिम उठा पाएंगे?
मुस्कुराते हुए शंगारी ने कहा “जाहिर सी बात है ₹100 निवेश करके आप एक लाख का लाभ तो अनुमानित नहीं कर सकते”। इसलिए आपको अपने इन्वेस्टमेंट गोल और रणनीति को अच्छे से परिभाषित करना होगा और तब आप कितना कमाए इसके बारे में प्लानिंग कर सकते हैं। सदैव अपने लक्ष्य को सुनिश्चित करने के लिए रिसर्च को पहले सुनिश्चित करना आवश्यक है।


