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राजस्थान के इन जिलों से निकलेगी बुलेट ट्रेन,यहां बनेंगे स्टेशन

जयपुर। दिल्ली-अहमदबाद बुलेट ट्रेन के लिये बनाया जा रहा देश का पहला हाई स्पीड ट्रैक राजस्थान के लिये काफी अहम है। इसकी बड़ी वजह है 875 किलोमीटर लंबे इस ट्रैक का दो तिहाई हिस्सा यानी 657 किलोमीटर राजस्थान से गुजरेगा। 5 नदियों के ऊपर निकलने वाले इस ट्रैक पर राजस्थान में कुल 9 स्टेशन बनाये जायेंग। ये 9 स्टेशन राजस्थान के अलवर, जयपुर, अजमेर, भीलवाड़ा, चित्तौडग़ढ़ समेत उदयपुर और डूंगरपुर जिले में बनाये जायेंगे। प्रोजेक्ट के मुताबिक इस हाई स्पीड टैक पर दिल्ली से अहमदाबाद के बीच चलने वाली इस बुलेट ट्रेन की रफ्तार 350 किलोमीटर प्रति घंटा होगी। इस बुलेट ट्रेन का सबसे ज्यादा फायदा राजस्थान को होगा। सब कुछ ठीकठाक रहा तो पीएम मोदी का यह ड्रीम प्रोजेक्ट राजस्थान में रेल सेवा की दशा और दिशा बदलने वाला साबित होगा। प्रोजेक्ट के मुताबिक इस हाई स्पीड टैक पर दिल्ली से अहमदाबाद के बीच चलने वाली इस बुलेट ट्रेन की रफ्तार 350 किलोमीटर प्रति घंटा होगी. इस बुलेट ट्रेन का सबसे ज्यादा फायदा राजस्थान को होगा। सबकुछ ठीकठाक रहा तो पीएम मोदी का यह ड्रीम प्रोजेक्ट राजस्थान में रेल सेवा की दशा और दिशा बदलने वाला साबित होगा। प्रोजेक्ट के अधिकारियों के मुताबिक इसके लिये हवाई और जमीनी सर्वे के बाद इसकी पूरी रिपोर्ट तैयार कर काम को आगे बढ़ाया जायेगा. यह ड्रीम प्रोजेक्ट ऐसा है कि इसके पूरा होने के बाद दिल्ली से अहमदाबाद का सफर महज 3 घंटे में पूरा हो सकेगा। पांच नदियों के ऊपर से गुजरने वाली इस ट्रैक के लिये उदयपुर जिले में 8 टनल भी बनाई जाना प्रस्तावित है।
प्रोजेक्ट के अधिकारियों के मुताबिक इसके लिये हवाई और जमीनी सर्वे के बाद इसकी पूरी रिपोर्ट तैयार कर काम को आगे बढ़ाया जायेगा. यह ड्रीम प्रोजेक्ट ऐसा है कि इसके पूरा होने के बाद दिल्ली से अहमदाबाद का सफर महज 3 घंटे में पूरा हो सकेगा. पांच नदियों के ऊपर से गुजरने वाली इस ट्रैक के लिये उदयपुर जिले में 8 टनल भी बनाई जाना प्रस्तावित है। नेशनल हाई स्पीड रेल कॉर्पोरेशन लिमिटेड के अधिकारियों के अनुसार इस ट्रेन के संचालन में सुरक्षा संबंधित तकनीकी कारणों को ध्यान में रखते हुये इसे पूरे ट्रैक को एलिवेटेड बनाया जाएगा। इसलिए इस प्रोजेक्ट के प्रत्येक कदम पर बेहद सतर्कता बरती जा रही है।
नेशनल हाई स्पीड रेल कॉर्पोरेशन लिमिटेड के अधिकारियों के अनुसार इस ट्रेन के संचालन में सुरक्षा संबंधित तकनीकी कारणों को ध्यान में रखते हुये इसे पूरे ट्रैक को एलिवेटेड बनाया जाएगा. इसलिए इस प्रोजेक्ट के प्रत्येक कदम पर बेहद सतर्कता बरती जा रही है। प्रोजेक्ट से जुड़े अधिकारियों के मुताबिक हर कदम फूंक-फूंककर रखा जा रहा है। छोटी से छोटी बात का बारिकी से अध्ययन कर आगे बढ़ा रहा है. इसके सर्वे रिपोर्ट के आधार पर शीघ्र ही विस्तृत प्रोजेक्ट रिपोर्ट बनाई जायेगी।
प्रोजेक्ट से जुड़े अधिकारियों के मुताबिक हर कदम फूंक-फूंककर रखा जा रहा है. छोटी से छोटी बात का बारिकी से अध्ययन कर आगे बढ़ा रहा है. इसके सर्वे रिपोर्ट के आधार पर शीघ्र ही विस्तृत प्रोजेक्ट रिपोर्ट बनाई जायेगी।राजस्थान के जिस हिस्से ये बुलेट ट्रेन गुजरेगी उसमें विश्वप्रसिद्ध ट्यूरिस्ट डेस्टिनेशन उदयपुर, चित्तौडग़ढ़ और जयपुर भी शामिल हैं। यह राजस्थान के पर्यटन के लिये एक बहुत बड़ी उम्मीद की किरण है. पीएम मोदी के इस महत्वाकांक्षी प्रोजेक्ट पर नेशनल हाई स्पीड रेल कॉर्पोरेशन लिमिटेड काम कर रहा है। अब इस प्रोजेक्ट के लिये सर्वे इस बात के लिये किया जा रहा है कि इसके मार्ग में कम से कम यू टर्न आये और ट्रेन कहीं घूमे नहीं।
राजस्थान के जिस हिस्से ये बुलेट ट्रेन गुजरेगी उसमें विश्वप्रसिद्ध ट्यूरिस्ट डेस्टिनेशन उदयपुर, चित्तौडग़ढ़ और जयपुर भी शामिल हैं। यह राजस्थान के पर्यटन के लिये एक बहुत बड़ी उम्मीद की किरण है. पीएम मोदी के इस महत्वाकांक्षी प्रोजेक्ट पर नेशनल हाई स्पीड रेल कॉर्पोरेशन लिमिटेड काम कर रहा है। अब इस प्रोजेक्ट के लिये सर्वे इस बात के लिये किया जा रहा है कि इसके मार्ग में कम से कम यू टर्न आये और ट्रेन कहीं घूमे नहीं।

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