
रेतीले धोरों पर दौड़ेगें बीएसएफ के जवान,180 किमी तक लगाएंगे दौड़






खुलासा न्यूज,बीकानेर। 1971 भारत-पाक युद्ध में पूर्वी व पश्चिमी अन्तराष्ट्रीय सीमा पर बी.एस.एफ ने सैना के संग मिलकर पाकिस्तान को घुटने टेकने पर मजबूर कर दिया था। भारत की इस विजय को प्रति वर्ष 16 दिसम्बर को विजय दिवस के रूप में मनाया जाता है,1971 भारत-पाक युद्ध में भारत की जीत में व बंग्लादेश के निर्माण में बी.एस.एफ की बहुत बड़ी भूमिका रही थी। बी.एस.एफ अपने उन्हीं युद्ध वीरों के सम्मान में इस वर्ष लगातार कार्यक्रमों का आयोजन कर रहा है। इसी कड़ी में बी.एस.एफ 13/14 दिसम्बर 2020 की मध्य रात्रि को भारत-पाक अन्तराष्ट्रीय सीमा पर 180 कि0मी0 बैटन रिले दौड़ का आयोजन कर रहा है जो कावेरी सीमा चैकी (खाजूवाला) से शुरू होकर अनूपगढ़ में समाप्त होगी। बैटन रिले रेस के दौरान सीमा सुरक्षा बल के बहादुर जवान रेतीले धौरे व उबड़-खाबड़ रास्तों से भारत-पाक अन्तराष्ट्रीय सीमा के साथ-साथ दौड़ेगे। इस रिले रेस की खासियत यह होगी कि रेस की शुरूआत मध्य रात्रि को होगी जोकि बी.एस.एफ के जवानों के अटूट हौसले को दर्शाती है। रिले रेस का शुभारम्भ पुष्पेन्द्र सिंह राठौड़, उप महानिरीक्षक सीमा सुरक्षा बल बीकानेर झण्डा दिखा कर करेगें तथा 180 किमी दूरी सेक्टर बीकानेर व अधीनस्थ बी.एस.एफ यूनिट के अधिकारी, अधिनस्थ अधिकारी व जवान दौड़ कर पूरा करेंगे। समापन समारोह में इतिहासिक लोगेंवाला लड़ाई के नायक भैरो सिंह व सेक्टर मुख्यालय बीकानेर बी.एस.एफ के अधिकारियों व जवानों के साथ-साथ आयुषमणि तिवारी,(भा0पु.सेवा) महानिरीक्षक राजस्थान फ्रंटियर सीमा सुरक्षा बल, मदन सिंह राठौड़, उप महानिरीक्षक सीमा सुरक्षा बल राजस्थन फ्रंटियर, मधुकर उप महानिरीक्षक (सामान्य) राजस्थान फ्रंटियर व अन्य गणमान्य व्यक्ति मौजूद रहेगें। गौरतलब रहे कि 11 दिसम्बर को सीमा सुरक्षा बल बीकानेर परिसर में 1971 भारत-पाक युद्ध के 19 युद्ध वीरों को सम्मानित किया गया था।


