
साली के प्रेम विवाह से नाराज था जीजा ने साली के पति का मर्डर






सिरोही। पुलिस के अनुसार गत 16 जून को चांदमारी निवासी प्रवीण पुत्र देवाराम ने रिपोर्ट में बताया कि उसका भाई दीपक कुमार 15 जून की रात 9 बजे डीजल शेड से घर लौट रहा था। इस दौरान कुछ लोगों ने रेलवे ग्राउंड के पास उसका एक्सीडेंट कर बाद में अस्पताल पहुंचाया गया। दीपक के शरीर पर गंभीर चोटों के निशान थे। जिससे पता चलता है कि किसी ने उसकी हत्या की है। मामले में एसपी के निर्देश पर गठित पुलिस टीम ने संदिग्ध लोगों से पूछताछ शुरू की। इस दौरान संदिग्ध शांतिलाल, मुकेश सिंह व उसके साथियों को गिरफ्तार कर पूछताछ करने पर प्रेम-प्रसंग का मामला सामने आया। पुलिस को शांति लाल व विजयकुमार से पूछताछ में कई खुलासे हुए।
यह है पूरा मामला
पुलिस की पूछताछ में विजय कुमार ने बताया कि उसकी साली कविता ने मृतक दीपक कुमार से प्रेम विवाह किया था। इस बात को लेकर वह मृतक को सबक सिखाना चाहता था। इसके लिए उसने करीब दो माह पूर्व मुकेश सिंह को 15-20 लाख रुपए का लालच देकर दीपक की हत्या की सुपारी दी। उसने करीब 7 लाख रुपए हत्या करने के लिए एडवांस में दिए और बाकी रुपए काम हो जाने के बाद देना तय किया। इसके बाद मुकेश सिंह ने अपने साथी शांतिलाल, सोनू उर्फ नंदू उर्फ पवन, सोहन लाल उर्फ सोनू भाट, सिराज मोहम्मद व राकेश सिंह के साथ मिलकर हत्या को एक एक्सीडेंट के रूप में करने की प्लानिंग की ताकि किसी को वारदात के बारे में पता नहीं चले। प्लान के अनुसार एक जीप खरीदी और दीपक के ड्यूटी से घर आते समय उसका एक्सीडेंट किया गया। दीपक को मामूली चोट आने पर अस्पताल ले जाने के बहाने उसे जीप में डाल कर चांदमारी हाइवे पर ले जाकर उसका पत्थर से सिर और चेहरे पर वार कर हत्या की वारदात को अंजाम दिया। किसी को कोई शक नहीं हो इसके लिए किवरली हाइवे से होते हुए वापस तलेटी होकर दीपक की लाश को आकरा भटटा सरकारी अस्पताल लेकर गए। वहां डॉक्टर को एक्सीडेंट में घायल व्यक्ति को अस्पताल छोडऩे की बात की थी।
पुलिस ने इनको किया गिरफ्तार
मामले में पुलिस ने गुर्जर मोहल्ला सरुपगंज निवासी विजय कुमार, आबूरोड निवासी सिराज मोहम्मद, सरुपगंज निवासी राकेश सिंह, नसवारी अलवर हाल सरुपनगर दिल्ली निवासी सोनू उर्फ नंदू उर्फ पवन और बाइपास भाटवाडा सरुपगंज निवासी सोहनलाल उर्फ सोनू को गिरफ्तार किया।
ये थे पुलिस टीम में शामिल
एससीएसटी सेल के डीएसपी दिनेश कुमार, आबूरोड शहर थाना अधिकारी सुमेरसिंह, पिंडवाडा थाने के एएसआई कैलाश चंद्र, पालडीएम थाने के एएसआई नरेंद्रसिंह, आबूरोड शहर के एएसआईतलका राम, मांउटआबू थाने हैड कांस्टेबल भवानी सिंह और एससीएसटी सैल के हैड कांस्टेबल गिरधारीसिंह, कांसटेबल प्रकाश, विक्रमसिंह, साइबर सेल के हैड कांस्टेबल भवानीसिंह शामिल थे।


