
हॉल का ताला तोड़कर लगा लिया अपना ताला, बिठा दी 50-60 महिलाएं, पढि़ए पूरी खबर





बीकानेर। ‘बीकानेर में भूमाफिया अब न्यायालय के आदेशों की अवहेलना कर कब्जे करने लगे हैं और उन्हें रोकने वाला कोई नहीं बचा’, यह कहना है जितेंद्र गौड़ का। मामला रिड़मलसर पुरोहितान की परशुराम कॉलोनी का है। बताया जा रहा है कि 2 अगस्त को यहां जसवंत जांदू 20-25 बदमाशों व पचास साठ महिलाओं के साथ आया और उसके हॉल का ताला तोड़कर वहां अपना ताला लगा दिया। आरोपी अपने साथ ट्रेक्टर में पट्टियां आदि सामान लाया था। यहां उसने इन महिलाओं व लड़कों को बिठा दिया तथा हॉल में अपना ताला जड़ दिया। आरोप है कि जांदू द्वारा इस हॉल में पड़ा 10 बोरी ग्वार व मूंग भी चुरा लिया गया। कब्जे की यह वारदात तब हुई है जबकि भूमि पर स्टे आ रखा है। बता दें कि मामला कुल डेढ़ बीघा ज़मीन पर कब्जे से जुड़ा है, लेकिन विवाद की वजह से कॉलोनी की पूरी भूमि पर ही एडीएम प्रशासन की कोर्ट ने आगामी सुनवाई तक स्थगन आदेश दे रखा है। इस आदेश के अनुसार आगामी तारीख पेशी व आदेश तक इस भूमि में कोई भी दखलअंदाजी व कब्जा नहीं किया जा सकता। आरोप है कि स्टे के बावजूद हुए इस कब्जे की घटना पर पुलिस ने कोई एक्शन नहीं लिया। शिकायत जाने पर पुलिस मौके पर पहुंची और आरोपियों को थाने आने का बोल गई। दोनों थाने पर थे और जांदू के आदमी कब्जे का काम जारी रखे हुए थे। गौड़ का आरोप है कि पुलिस इस मामले में आरोपियों के साथ मिली हुई है। इसी वजह से आरोपियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज करने से साफ इन्कार कर दिया गया है। परिवादी ने मामले में एसपी प्रहलाद कृष्णिया को ज्ञापन दिया है। जिसमें पुलिस की मिलीभगत सहित कोरोना गाइडलाइन का उल्लघंन, कोर्ट आदेशों की अवहेलना व पुलिस पर मिलीभगत का आरोप लगाया है। एसपी ने कार्यवाही व मुकदमा दर्ज करवाने का आश्वासन देते हुए गौड़ को थाने जाने को कहा है। उल्लेखनीय है कि गौड़ व उसके संयुक्त खातेदार की इस भूमि विवाद से जुड़ा एक केस पहले से चल रहा है। फ़रवरी में दर्ज इस केस में अधिवक्ता विक्रम सिंह महला, जसवंत जांदू व नोहर का महेश मिश्रा नामजद है।


