
बीकानेर में सजा बन गई बोर्ड परीक्षाएं





- संपादक कुशाल सिंह मेड़तिया की विशेष रिपोर्ट
- धरती पर बैठकर देना पड़ रहा है एग्जाम, अगला पेपर 27 को
खुलासा न्यूज़ , बीकानेर । सरकार का वादा है प्रदेश को एजूकेशन हब बनाने का, मगर धरातल पर वादे-दावे हवा में उड़ते नजर आते हैं। बीकानेर में आठवीं बोर्ड की परीक्षाएं रविवार से शुरू हो गई और बच्चों को बैठाने के लिए सरकारी स्कूलों में फर्नीचर तक नहीं है। धरती पर बैठकर विद्यार्थी दोहरी परीक्षा दे रहे हैं। कमर दर्द, पैर सुन्न हो जाने से याद किए प्रश्न भी वे भूल जा रहे हैं तो लिखावट भी बिगड़ रही है। ऐसे में बोर्ड परीक्षाएं उनके लिए सजा बन गई हैं।
जी हाँ, आठवीं व पांचवीं बोर्ड एग्जाम के लिए “सरकारी स्कूल्स” को ही सेंटर बनाया गया है लेकिन इन स्कूल्स में व्यवस्थाओं का अभाव है। बड़ी संख्या में स्टूडेंट्स को जमीन पर बैठकर परीक्षा देनी पड़ रही है। प्राइवेट स्कूल स्टूडेंट्स जहां अपने स्कूल में टेबल कुर्सी पर ही बैठते हैं, उन्हें सरकारी स्कूल में एग्जाम धरती पर बैठकर ही देना पड़ रहा है।
प्रदेश में राज करने वाली सभी पार्टियां बच्चों को एजूकेशन हब का सपना दिखाती रही हैं, लेकिन हकीकत में वे बच्चों को अध्ययन के लिए फर्नीचर तक उपलब्ध नहीं करा पाई। हालत यह कि घर पर कुर्सी-मेज लगाकर पढ़ने वाले बच्चों को परीक्षा देने के लिए जमीन पर बैठना पड़ रहा है। ऐसे में कॅरियर की पहली सीढ़ी बोर्ड परीक्षा बिना कुर्सी-मेज के देना बड़ी चुनौती है।
अगला पेपर 27 को
नए टाइम टेबल के अनुसार 8 वी बोर्ड परीक्षा का अगला पेपर अब 27 अप्रैल को अंग्रेजी का होगा। इसके बाद एक मई को हिन्दी, 8 मई को सामजिक विज्ञान, 12 मई को विज्ञान तथा 17 मई को तृतीय भाषा का होगा।

