
बीकानेर के PBM में ब्लैक फंगस : डेढ़ वर्षीय बालक भी आया चपेट में






बीकानेर में ब्लैक फंगस के रोगी मिलने शुरू हो गए हैं तो पीबीएम अस्पताल में इनका इलाज भी शुरू हुआ है। अब तक 7 रोगी मिले हैं । इनमें एक ब्लड कैंसर से पीड़ित डेढ़ वर्षीय बालक भी चपेट में आया हैं । डॉ परमेन्द्र सिरोही ने कहा – कल एक सफल सर्जरी भी की गई थी , हम लगातार मॉनिटरिंग कर रहे है ।
पिछले कुछ दिनों से बीकानेर में ब्लैक फंगस के मामले सामने आ रहे थे, जिन्हें सीधे बीकानेर से बाहर ही रैफर किया जा रहा था। अब बीकानेर को इस बीमारी के इलाज के लिए इंजेक्शन मिल गए हैं। ऐसे में यहां भी भर्ती करने का सिलसिला शुरू हो गया। । पीबीएम अस्पताल के पोस्ट कोविड ओपीडी में मेडिसिन, ईएनटी और नेत्र चिकित्सा विभाग के चिकित्सकों द्वारा सुबह आठ से दोपहर दो बजे तक ब्लैक फंगस के मरीजों को चिकित्सकीय परामर्श दिया जा रहा है। ऐसेे मरीजों को भर्ती करने के लिए पीबीएम अस्पताल के पी वार्ड को चिन्हित किया गया है।
ये टीम करेगी ब्लैक फंगस से मुकाबला
ब्लैक फंगस के लिए पंद्रह विभागों के चिकित्सकों के मेडिकल बोर्ड का गठन किया गया है। ईएनटी विभाग के आचार्य डाॅ. गौरव गुप्ता तथा एड्रोक्रायनोलॉजी के सहायक आचार्य डाॅ. हरदेवराम नेहरा इसके समन्वयक होंगे। वहीं नेत्र विभाग की वरि. आचार्य डाॅ.अंजू कोचर को नोडल अधिकारी तथा वरि. प्रदर्शक डाॅ. जितेन्द्र आचार्य को सहायक नोडल अधिकारी बनाया गया हैं।


