भाजपा बोली- प्राण प्रतिष्ठा का न्योता ठुकराने वाले सनातन विरोधी, पोस्टर जारी किया, जानिए पलटवार करते क्या बोले पायलट?

भाजपा बोली- प्राण प्रतिष्ठा का न्योता ठुकराने वाले सनातन विरोधी, पोस्टर जारी किया, जानिए पलटवार करते क्या बोले पायलट?

खुलासा न्यूज, नेटवर्क।  अयोध्या में 22 जनवरी को राम मंदिर में रामलला के प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम का न्योता ठुकराने वाले विपक्षी दलों पर भाजपा ने निशाना साधा है। भाजपा ने सोशल मीडिया पर एक पोस्टर जारी किया है, जिसमें प्रमुख विपक्षी नेताओं की तस्वीर है और लिखा है- पहचानिए राम मंदिर के न्योते को ठुकराने वाले चेहरे… सनातन विरोधी इंडी गठबंधन। इस पोस्टर में कांग्रेस की सोनिया गांधी, मल्लिकार्जुन खड़गे और अधीर रंजन चौधरी, TMC की ममता बनर्जी, CPI (M) के सीताराम येचुरी और समाजवादी पार्टी के अखिलेश यादव की तस्वीर है। दरअसल, कांग्रेस ने बुधवार (10 जनवरी) को ही कार्यक्रम का न्योता ठुकराया था। अब तक कांग्रेस के अलावा I.N.D.I. A की 4 और पार्टियां सपा, TMC, CPI(M) और शिवसेना (उद्धव गुट) प्राण प्रतिष्ठा में जाने से मना कर चुकी हैं। वहीं, कांग्रेस नेता सचिन पायलट ने रायपुर में कहा कि मंदिर जाना य न जाना आस्था का सवाल है। हम जनता के मुद्दों पर चर्चा करना चाहते हैं। राजनीति और धर्म को अलग-अलग रखना चाहिए। किसी को अच्छा या बुरा हिंदू होने का सर्टिफिकेट बीजेपी नहीं देगी।

न्योता ठुकराने के बाद दो धड़ों में बंटी कांग्रेस

बुधवार को प्राण प्रतिष्ठा का न्योता ठुकराते हुए कांग्रेस ने ऐलान किया कि उनका कोई भी नेता प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम में शामिल नहीं होगा। कांग्रेस के इस फैसले पर पार्टी के कई नेताओं ने असहमति जताई है। कांग्रेस नेता आचार्य प्रमोद कृष्णम ने कहा कि राम किसी पार्टी के नहीं है। हमारी लड़ाई राम या अयोध्या से नहीं, बीजेपी से है। कुछ लोग कांग्रेस को वामपंथी रास्ते पर ले जा रहे हैं। मैं चाहता हूं कि कांग्रेस नेतृत्व को अयोध्या न जाने के फैसले पर पुनर्विचार करना चाहिए। उधर, गुजरात कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष अर्जुन मोढवाडिया ने भी रामलला प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम में पार्टी के शामिल नहीं होने को गलत ठहराया है।

वरिष्ठ भाजपा नेता आडवाणी कार्यक्रम में शामिल होंगे

अयोध्या में 22 जनवरी को होने वाले रामलला के प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम में BJP के सीनियर नेता लालकृष्ण आडवाणी भी शामिल होंगे। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, विश्व हिंदू परिषद के अंतरराष्ट्रीय कार्यकारी अध्यक्ष आलोक कुमार ने इसकी जानकारी दी है। इससे पहले खबरें आ रही थीं कि आडवाणी की तबीयत खराब रहती है, इसलिए वे कार्यक्रम में शामिल नहीं होंगे। विश्‍व हिंदू परिषद के अंतरराष्‍ट्रीय कार्यकारी अध्यक्ष आलोक कुमार ने 19 दिसंबर को लालकृष्‍ण आडवाणी और मुरली मनोहर जोशी को प्राण प्रतिष्ठा में शामिल होने का न्‍योता दिया था। आडवाणी और जोशी ने कहा है कि वे समारोह में आने का पूरी कोशिश करेंगे। राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के महासचिव चंपत राय ने 18 दिसंबर को लालकृष्ण आडवाणी और मुरली मनोहर जोशी से आग्रह किया था कि वे जनवरी में होने वाले प्राण-प्रतिष्ठा समारोह के लिए अयोध्या न आएं। उन्होंने कहा, ‘दोनों नेताओं की उम्र काफी ज्यादा हो चुकी है। यहां ठंड भी ज्यादा है। इसलिए मैंने दोनों से निवेदन किया है कि समारोह में न आएं।’ लालकृष्ण आडवाणी 96 साल के हैं और मुरली मनोहर जोशी 5 जनवरी को 90 साल के हो गए हैं।

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