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भाजपा एमएल के ड्राइवर की टोल-प्लाजा पर दबंगई, फास्टैग वाले पर उतरा गुस्सा

 जयपुर अलवर शहर विधायक संजय शर्मा के ड्राइवर की दबंगई का वीडिओ सामने आया है। विधायक अलवर से जयपुर जा रहे थे। मनोहरपुर-दौसा नेशनल हाईवे पर नेकावाला टोल प्लाजा पर शनिवार दोपहर विधायक की कार रोकी गई। कार पर फास्टैग नहीं था। ऐसे में कार रुकने पर टोलकर्मियों ने विधायक का आई-कार्ड मांगा। विधायक ने आई-कार्ड दिखाया तो टोलकर्मी बोला कि 15वीं नहीं 17वीं विधानसभा का कार्ड दिखाओ। इस दौरान विधायक संजय शर्मा व टोलकर्मियों में आपसी कहासुनी हो गई। इस बीच फास्टैग बनाने वाला एक युवक भी वहां पहुंच गया। तैश में आए विधायक के ड्राइवर ने फास्ट टैग बनाने वाले युवक को चांटा जड़ दिया। इसके बाद टोलकर्मियों ने विधायक की कार को निकलने दिया। MLA ने रायसर थाने में टोलकर्मियों व फास्टैग कर्मचारी की ही शिकायत कर दी। रायसर थाना पुलिस टोल प्लाजा पर पहुंची और तीन जनों को हिरासत में लिया। शनिवार दोपहर विधायक के कार ड्राइवर ने टोल प्लाजा पर मौजूद फास्टैग कर्मचारी को पीट दिया। घटना सीसीटीवी में कैद हो गई।भाजपा विधायक संजय शर्मा जयपुर जा रहे थे। कार पर फास्टैग नहीं होने के कारण टोलकर्मियों ने कार रोक ली। विधायक ने अपना परिचय पत्र भी दिखाया लेकिन टोलकर्मी ने कहा कि यह तो 15वीं विधानसभा का है, 17वीं विधानसभा का दिखाओ। गौरतलब है कि वर्तमान में 15वीं विधानसभा ही चल रही है। ऐसे में विधायक के ड्राइवर को गुस्सा आ गया। टोलकर्मियों ने हालांकि कार ले जाने को कहा लेकिन ड्राइवर ने कार वहीं साइड में लगा दी और टोल प्लाजा के मैनेजर को बुलाया। टोलकर्मी ने मैनेजर को बुलाने में आनाकानी की तो ड्राइवर खुद जाकर मैनेजर को बुलाकर लाया। मैनेजर ने मौके पर आकर विधायक से गलती के लिए माफी मांगी।

रायसर थाना प्रभारी रामधन सांडीवाल ने बताया कि माफी मांगने के बाद भी विधायक और टोलकर्मियों में विवाद बढ़ गया। विवाद बढ़ता देख अन्य टोलकर्मी जुट गए। इस दौरान पास ही में फास्ट टैग बना रहा युवक दिनेश मीणा वहां आया। ड्राइवर से आकर बोला कि आई कार्ड तो दिखाना ही पड़ेगा। जबकि विधायक आई-कार्ड दिखा चुके थे। इस पर ड्राइवर ने गुस्से में दिनेश का थप्पड़ मार दिया। इसके बाद वहां मौजूद लोगों ने बीच बचाव कर मामला शांत कराया।

शनिवार दोपहर अलवर शहर विधायक संजय शर्मा नेकावाला टोल प्लाजा से गुजरे थे। उनका आरोप है कि टोल पर उनके साथ बदतमीजी की गई।

परिचय देने के बाद भी बदसलूकी की
शनिवार को टोल पर मुझसे आईडी कार्ड मांगा गया। मैंने अपना विधानसभा कार्ड दिखाया। तो 15वीं विधानसभा का कार्ड होने पर टोल प्लाजा वालों ने कहा 17वीं विधानसभा चल रही है। आपका कार्ड फर्जी है। आप विधायक नहीं हो। मैंने कहा 15वीं विधानसभा ही है। ये तो विधानसभा अध्यक्ष ही तय कर सकते हैं कि कार्ड असली है या नहीं। मैं विधायक हूँ। इस पर उन्होंने गालियों की बौछार शुरू कर दी। मैंने वहां से निकल जाना ही उचित समझा। मैंने किसी प्रकार की मारपीट टोल कर्मियों से नहीं की है। टोल मैनेजर को बुलाया तो उसने भी उसी लहजे में बात की जिस तरीके से अन्य टोल कर्मी कर रहे थे। बाद में पता चला वह टोल कर्मी नहीं बल्कि फास्टैग कंपनी का कोई कर्मचारी था । इस पर मैंने आपत्ति जताई कि टोलकर्मियों के अलावा अन्य कर्मचारी किस तरीके से यहां बैठ सकते हैं। हाईवे पर लूट और अन्य घटनाओं की रेकी भी इस तरीके से टोल प्लाजा से होती है। इस मामले पर मैंने प्रदेश के पुलिस डीजीपी, जिले के संबंधित एसपी और थाना अधिकारी से बातचीत की है। चंदवाजी थाने में भी फोन कर शिकायत की।

-संजय शर्मा, विधायक, अलवर शहर

विधायक से मांगी थी माफी
मामले की जानकारी के बाद विधायक से मिलकर माफी मांगी थी। लेकिन विधायक व उनका ड्राइवर जाने को तैयार नहीं हुए। तभी वहां फास्टैग बना रहे युवक दिनेश मीणा और विधायक के ड्राइवर की आपस में कहासुनी हो गई। इस दौरान ड्राइवर ने दिनेश मीणा को थप्पड़ जड़ दिया।
-विजयदान, मैनेजर, नेकावाला टोल प्लाजा।

विधायक संजय शर्मा ने कहा कि उन्होंने आई-कार्ड दिखाया था। लेकिन टोलकर्मी गाली गलौज करने लगे। उनकी शिकायत थाने में की थी।

टोल पर अनधिकृत लोगों पर होगी कार्रवाई
टोल प्लाजा के दिनेश मीणा अनधिकृत रूप से खड़ा था। विधायक के ड्राइवर से दिनेश ही उलझा था। तीन आरोपी शांति भंग में गिरफ्तार किए हैं। जिनमें फास्टैग बनाने वाला दिनेश मीणा, टोल बूथ पर कार्यरत कालूराम राजपूत व उनका भाई पप्पू राम राजपूत शामिल हैं। मामले की जांच की जा रही है। टोल प्लाजा पर अनधिकृत व्यक्ति के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाएगी।
-रामधन सांडीवाल, थाना प्रभारी रायसर

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