
भाजपा नेता का बयान:मुफ्त की दारू पीने से हुई दिवगंत कांग्रेस विधायक की मौत






उदयपुर। राजस्थान में 4 विधानसभा में होने उपचुनाव को लेकर सियासी बयानबाजी का दौर शुरू हो गया है। उदयपुर से बीजेपी नेता उदय लाल डांगी ने दिवंगत कांग्रेस विधायक गजेंद्र सिंह शक्तावत की मौत को लेकर विवादित बयान दिया। डांगी ने वल्लभनगर में एक जनसभा को संबोधित करते हुए कहा कि विधायक की मौत कांग्रेस सरकार बचाने की वजह से हुई है। शक्तावत, कांग्रेस विधायकों की एक महीने हुई बाड़ेबंदी के दौरान होटल में थे। इस दौरान उन्हें फोकट में खाना और शराब परोसी गई। मुफ्त शराब होने की वजह से उन्होंने ज्यादा सेवन किया, जिसकी वजह से उनकी मौत हुई।
उदय लाल डांगी यहीं नहीं रुके। उन्होंने शक्तावत परिवार को मिल रही सहानुभूति पर भी कटाक्ष किया। कहा- अगर कोई व्यक्ति दारू पीकर मरता है तो उसे किस बात की सहानुभूति मिल रही है। ऐसा नहीं होना चाहिए, और अगर ऐसा ही होगा तो हम सब क्या दारू पीकर मरेंगे। उसके बाद क्या रामराज लागू होगा? डांगी ने कहा कि भगवान को प्यारे हो गए तो हम दुखी क्यों हो रहे हैं? भगवान ने तो उन्हें 5 साल राज करने का मौका दिया था। उन्हें काम करके जनता को खुश करना चाहिए था।
किसी की मौत के बाद ऐसी बयानबाजी गलत: देवेंद्र सिंह
डांगी के बयान पर गजेंद्र सिंह शक्तावत के परिजनों ने नाराजगी जाहिर की है। शक्तावत के भाई देवेंद्र सिंह ने कहा है कि किसी व्यक्ति के दुनिया से चले जाने के बाद इस तरह के बयानबाजी निंदनीय है। देवेंद्र ने कहा कि राजनीति अपनी जगह है। लेकिन किसी व्यक्ति के दुनिया से चले जाने के बाद सिर्फ अपनी राजनीतिक रोटियां सेंकने के लिए टीका-टिप्पणी करना पूरी तरह गलत है।
2018 में शक्तावत से चुनाव हार गए थे डांगी
उदय लाल डांगी साल 2018 विधानसभा चुनाव में बतौर बीजेपी उम्मीदवार मैदान में उतरे थे। वल्लभनगर के त्रिकोणीय संघर्ष में उदयलाल डांगी तीसरे नंबर पर रहे थे। लेकिन वल्लभनगर में डांगी की बढ़ती लोकप्रियता के बाद उन्हें बीजेपी ने वल्लभनगर विधानसभा प्रभारी नियुक्त किया था। ऐसे में गजेंद्र सिंह की मौत के बाद से ही डांगी विधानसभा क्षेत्र में फिर से सक्रिय हो गए और चुनावी तैयारी में जुट गए थे। उपचुनाव में बीजेपी ने अब तक अपने प्रत्याशी का ऐलान तो नहीं किया गया था। लेकिन उदय लाल पूरी तरह सक्रिय होकर छोटी-छोटी सभाएं कर अपना चुनावी प्रचार शुरू कर चुके हैं।
वहीं दूसरी ओर गजेंद्र सिंह शक्तावत के निधन के बाद कांग्रेस पार्टी में भी प्रत्याशी को लेकर सियासी खींचतान जारी है। गजेंद्र सिंह शक्तावत की धर्मपत्नी प्रीति शक्तावत के साथ ही उनके बड़े भाई देवेंद्र भी वल्लभनगर से टिकट मांग रहे हैं। ऐसे में कांग्रेस पार्टी अब शक्तावत परिवार के ही 2 सदस्यों द्वारा टिकट की मांग करने पर असमंजस की स्थिति में आ गई है।


