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भाजपा नेता ने डोटासरा से किये ये पांच सवाल,साक्षात्कार प्रक्रिया को लेकर भी ये बोले

खुलासा न्यूज,बीकानेर। राजस्थान लोक सेवा आयोग की संपन्न हुई आरएएस 2018 भर्ती परीक्षा पर सवालिया निशान लगाते हुए में 4800 पे ग्रेड से ऊपर सभी प्रकार की भर्ती प्रक्रिया में साक्षात्कार प्रक्रिया खत्म किया जाना चाहिए। ताकि आरपीएससी भर्ती परीक्षाओं में पारदर्शिता बनी रहे। पत्रकारों से मुखातिब होते हुए भाजपा के युवा नेता सुरेन्द्र सिंह शेखावत ने राजस्थान कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष और राज्य के शिक्षा मंत्री गोविंद सिंह डोटासरा के निजी रिश्तेदारों के साक्षात्कार में एक समान अंक आने के दुर्लभ संयोग,आरपीएससी में कार्यरत एक कर्मचारी को भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो द्वारा की गई ट्रेप की कार्यवाही और उससे सम्बंधित आरपीएससी की एक मेम्बर पर उठ रहे सवालों तथा एक समाचार पत्र में आरपीएससी की भर्ती से जुड़े एक दलाल के वाट्सएप चेट के उजागर होने के तथ्यों से पूरी भर्ती प्रक्रिया पर सन्देह जताते हुए निष्पक्ष जांच की मांग की है। शेखावत ने कहा कि अगर सरकार ऐसा नहीं करती है तो वे न्यायपालिका का सहारा लेकर आरपार की लड़ाई लड़ेेगें। शेखावत ने कहा कि सरकार ने जिस आयोग को राज्य की सेवाओं के लिए निष्पक्ष और सर्वश्रेष्ठ के चयन का जिम्मा दिया है उस एजेंसी की कार्यप्रणाली से उसकी विश्वसनीयता पर प्रश्नचिन्ह खड़ा हो गया है। उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार ने जब बहुत सी अधीनस्थ सेवाओं में इंटरव्यू की बाध्यता को समाप्त कर दिया है उसके बावजूद राज्य में आरपीएससी के द्वारा बहुत ही सेवाओं में इंटरव्यू की बाध्यता बरकरार रखी गई है। कुल मिलाकर यह आयोग भ्रष्टाचार का बड़ा केंद्र बन गया है। हालांकि जब भूपेंद्र सिंह यादव जैसे ईमानदार अफसर को आरपीएससी का चेयरमैन बनाया था तब यह उम्मीद जगी थी कि अब आरपीएससी में योग्यतम अभ्यर्थी का ही चयन होगा लेकिन आरआरएस 2018 भर्ती परीक्षाओं के परिणामों के बाद उठे विवादों से निराशा ही हाथ लगी है। भाजपा नेता ने परीक्षा की न्यायिक जांच करवाने,जांच होने तक शिक्षा मंत्री से इस्तीफा देने की मांग की है। इस मौके पर डॉ अशोक भाटी भी मौजूद रहे।
शेखावत ने डोटसारा ने किये ये पांच सवाल
1. क्या आरएएस भर्ती परीक्षा 2018 में डोटासरा ने अपने निजी रिश्तेदारों को साक्षात्कार प्रक्रिया में अवांछित लाभ पहुंचाकर अपने पद का दुरुपयोग नहीं किया है?
2. क्या उनके समधी जो क्रीमीलेयर श्रेणी में आते है उन्होंने फर्जी नॉन क्रीमीलेयर ओबीसी सर्टिफिकेट बनवाकर वास्तविक पिछड़े ओबीसी अभ्यर्थियों के हकों पर कुठाराघात नहीं किया है ?
3. कलाम कोचिंग सेंटर सीकर से डोटासरा परिवार का क्या सम्बन्ध है? राज्य में कांग्रेस सरकार आने के बाद हुई सरकारी भर्तियों में अविश्वसनीय रूप से अत्यधिक चयन इस इंस्टीट्यूट से हुए है उससे यह सिद्ध होता है कि सरकारी नौकरियों में भर्ती का रैकेट यहां से संचालित हो रहा है, क्या इसमें डोटासरा परिवार के किसी सदस्य की संलिप्तता नहीं है ?
4. क्या डोटासरा ने सीकर जिले के निवासियों और कलाम कोचिंग से पढ़कर सरकारी सेवाओं में आए लोगों का नियम विरुद्ध स्थानांतरण नहीं किया है ? क्या शिक्षा विभाग में दो साल के प्रोबेशन के दौरान स्थानांतरण न होने के नियम के विरुद्ध तबादले नहीं किए है ?
5. राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ जैसे देशभक्त संगठन के एक पदाधिकारी को जेल में डालने की बात डोटासरा किस हैसियत से कह रहे है? क्या वे राज्य के गृहमंत्री,पुलिस चीफ या इन्वेस्टिगेशन ऑफिसर है ? अगर नहीं तो उन्हें यह बात कहने का अधिकार किसने दिया है ?

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