
अन्र्तकलह से जूझ रही है भाजपा,हर चीज गुपचुप





बीकानेर। नगर निगम चुनावों में बेहतर प्रदर्शन दोहराने वाली भाजपा इन दिनों अन्र्तकलह से जूझ रही है। एक ओर जहां महापौर पद के लिये नाम तय होने के बाद अभी तक आपसी मनमुटाव के बातें सामने आ रही है। वहीं संगठन स्तर के चुनावों में भी गुपचुप तरीके से अपने चेहतों को सेट करने की तैयारी चल रही है। विश्वस्त सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार महापौर चुनाव से पहले भाजपा म ंडल स्तर के चुनाव गुपचुप तरीके से करवाने में लग गई है। अन्दरखाने की बात ये है कि जिन चेहतों को मंडल अध्यक्ष बनाया जाना है,उन दावेदारों के नामांकन फार्म गुपचुप तरीके से भरवाये जा रहे है। साथ ही लोकतंत्रात्मक तरिके से चुनावों हो इसके लिये एक एक नाम वापसी के फार्म भी भरवाये जा रहे है। ताकि जिन पर वरिष्ठ नेता अपनी मेहरबानी रखे उन्हें मंडलों की जिम्मेदारी मिल सके।
पुराने कार्यकर्ताओं को नहीं लग रही भनक
पहले ही अंसतोष की मार झेल रही भाजपा के पुराने व वरिष्ठ कार्यकर्ताओं को चुनावों की भनक तक नहीं लग रही है। उन्हें न तो मतदाता सूची मुहैया हो रही है और न ही चुनाव प्रक्रिया की पूरी जानक ारी। लेकिन जो खबरें निकल कर आ रही है। उसमें अपने चेहतों को मंडल अध्यक्ष बनाने की जुगत पार्टी का एक धडा कर चुका है। देखने वाली बात ये है कि मंडल चुनावों से संगठन को अपने हाथ मेें लेने की एक धड़े की यह गुपचुप रणनीति में वे कितने सफल हो पाते है।

