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बीकानेर की पहली रंग अभिनेत्री पुष्पा जैन को मिलेगा ‘रंगा-आनंद’ अवार्ड, पढ़ें खबर

खुलासा न्यूज बीकानेर। बीकानेर के वरिष्ठ शायर-रंगकर्मी आनंद वि.आचार्य की स्मृति में प्रति वर्ष दिया जाने वाला ‘रंग-आनंद अवार्ड’ इस बार वरिष्ठ रंगनेत्री पुष्पा जैन को दिया जाएगा। रंग आनंद समारोह-2024 के लिए संकल्प नाट्य समिति की मीटिंग में यह निर्णय लिया गया। प्रतिवर्ष की तरह इस साल भी तीन दिवसीय रंग-आनंद समारोह 19 से 21 फरवरी तक टाउन हॉल में होगा। रंग आनन्द महोत्सव के तहत तीनों दिन टाउन हॉल में नाटकों का मंचन होगा। 19 फरवरी को मरुधरा थियेटर सोसायटी की ओर से “फिर ना मिलेगी जिंदगी” नाटक का मंचन होगा। 20 फरवरी को नव जन जागृति विचार कल्याण मंच की ओर से रुद्ध शैशव और 21 फरवरी को सेठ तोलाराम बाफना एकेडमी की ओर से “जी.. जैसी आपकी मर्जी” नाटक का मंचन होगा। इन नाटकों का निर्देशन सुरेश आचार्य और रोहित बोड़ा की ओर से किया जा रहा है।
बता दें कि रंग आनंद अवार्ड से नवाजी जा रही श्रीमती पुष्पा जैन को बीकानेर की पहली रंग अभिनेत्री होने का गौरव प्राप्त है। 70 वर्षीय अभिनेत्री ने अपनी रंगयात्रा लगभग 16 वर्ष की उम्र में शुरू की। उस वक्त राजस्थान में दो से तीन अभिनेत्रियां ही रंगमंच पर काम करती थी। ऐसे में पुष्पा जैन को राजस्थान के रंग आंदोलन में महिला के रूप में महत्वपूर्ण योगदान देने का गौरव भी प्राप्त है। पुष्पा जैन ने वर्ष 1970 में किशोर कलाकार के रूप में अभिनय शुरू किया। एस.वासुदेव सिंह के सान्निध्य में हुए 40 दिवसीय नाट्य प्रशिक्षण शिविर से उनकी कला में निखार आया। यह शिविर 1973 में हुआ था। अभिनेत्री पुष्पा जैन ने ‘एवम् इंद्रजीत’ ‘त्रिशंकु’ ‘प्रीत के पंछी’ ‘खामोश अदालत जारी है’ ‘आधी रात के बाद’ ‘सुबह वापस लौटा दूंगा’ ‘सौंदर्य की सांझ’ ‘चाय के प्याले में तूफान’ ‘महाभारत में रामायण’ ‘सिंहासन खाली है’ आदि नाटकों में केन्द्रीय भूमिका निभाई। पुष्पा ने ‘दास्तान-ए-लैला मजनू’ ‘माटी री आण’ ‘औलाद और अहंकार’ जैसी फिल्मों में भी अभिनय किया।

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