
बीकानेर के अनुभवी नेता व पूर्व प्रधान मूंड का निधन, पार्टी में शोक की लहर






खुलासा न्यूज, बीकानेर। बीकानेर के अनुभवी नेता और पूर्व प्रधान तुलसीराम मूण्ड का मंगलवार की सुबह बीमारियों के कारण यहां मूण्डसर गांव में उनके आवास पर निधन हो गया। वे 84 वर्ष के थे,उनके परिवार में पत्नी और चार बेटे व तीन बेटियां हैं। उनका अंतिम संस्कार मूण्डसर में ही किया गया। उनके निधन पर पूर्व मंत्री वीरेन्द्र बेनीवाल, प्रधान लालचन्द आसोपा, पूर्व प्रधान गोविन्दराम गोदारा,पूर्व उपप्रधान पतराम गोदारा,पूर्व चेयरमैन राजाराम झोरङ,लाधूराम थालोड़, पूर्व प्रधान श्योदानाराम नायक,नापासर के रतीराम तावणियां, सोहनलाल गोदारा सहित बीकानेर जिला के जनप्रतिनिधियों व सामाजिक संगठनों के पदाधिकारियों ने शौक व्यक्त किया है।
इस प्रकार रहा सियासी सफर
बीकानेर जिले में कांग्रेस को सत्ता दिलाने में तुलसीराम मूण्ड की बड़ी भूमिका रही, माना जाता है कि जिले में पंचायती राज चुनाव जीताने में उन्हीं की रणनीति प्रभावी रहती थी। साल 1965 से राजनीतिक करियर की शुरुआत करने वाले तुलसीराम मूण्ड तीन बार बीकानेर के प्रधान और तीन बार मूण्डसर ग्राम पंचायत के सरपंच चुनें गए थे। महज 25 साल की उम्र में सरपंच का चुनाव जीते,15 अगस्त 1940 को बीकानेर जिले के मूण्डसर गांव में जन्मे तुलछीराम मूण्ड की राजनीतिक नींव 1965 में पड़ी थी, तब उन्होंने पहली बार सरपंच चुनाव में जीत हासिल की थी। मूण्ड बीकानेर पंचायत समिति के तीन बार प्रधान रहे थे।1981 से 1991 तक लगातार दो बार तथा फिर वर्ष 2005 से 2010 तक यह दायित्व संभाला था। उसके बाद जिला बीकानेर जिला सहकारी संस्थान अध्यक्ष, बीकानेर जिला भूमि सहकारी विकास बैंक के अध्यक्ष, उपाध्यक्ष,दी सैन्ट्रल कॉपरेटिव बैंक बीकानेर के अध्यक्ष व उपाध्यक्ष सहित विभिन्न पदों पर रहे। मूण्ड के पुत्र एंव पुत्रवधू भी सरपंच रहे हैं मूण्डसर ग्राम पंचायत से राज्य व राष्ट्रीय स्तर सम्मानित भी हुएं है तुलसीराम मूण्ड। मूंड के निधन के बाद क्षेत्र में शोक की लहर है।


