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बीकानेर की हवा बिगड़ी:एयर क्वालिटी इंडेक्स ने सबसे खराब 231 का स्तर छुआ,

 

बीकानेर। कोविड के कष्टदायी दो साल बाद बीकानेरवासियों ने इस कदर जमकर आतिशबाजी और सफाई का दौर चलाया कि शहर की आबोहवा खतरनाक स्तर के नजदीक पहुंच गई। एयर क्वालिटी इंडेक्स (एक्यूआई) 19 अक्टूबर को एकबारगी 231 के अंक तक पहुंच गया जो इस महीने का अब तक का सबसे खराब स्तर है। दीपावली यानी 24 अक्टूबर की रात 12.12 बजे भी यह इंडेक्स 183 अंक तक पहुंचा। इसके बाद लगातार गिरावट आ रही है। मतलब यह कि हवा में फैला प्रदूषण कम हो रहा है। बीते सप्ताहभर में एयर क्वालिटी के लिहाज से सबसे अच्छा दिन 22 अक्टूबर रहा जब दोपहर 12.12 बजे एक्यूआई 37 के लेवल पर नीचे आया।

एयर क्वालिटी इंडेक्स की एप बेस्ड स्टडी में प्रदूषण के बढ़े हुए स्तर के कई कारण माने जा रहे हैं। इनमें दीपावली के मौके पर इंडस्ट्रीयल प्रोडक्शन बढ़ना, गाड़ियों की आवाजाही ज्यादा होना, घरों में सफाई से फैलने वाली बारीक डस्ट और एलर्जन और इसके साथ ही पटाखों का धुआं आदि शामिल हैं। बीते सप्ताहभर की रिपोर्ट ही देखें तो 19 अक्टूबर जब प्रदूषण का स्तर बहुत ऊंचा था वहीं 20 अक्टूबर से यह गिरकर नीचे आने लगा। दीपावली के दिन यानी 24 अक्टूबर को यह एक बार फिर ऊंचाई पर जा पहुंचा और 25 के बाद अक्टूबर को दोपहर बाद फिर स्थिति सामान्य होने लगी हैं। राहत की बात यह है कि बीकानेर की हवा में अभी स्थायी तौर पर प्रदूषण चिंतनीय स्तर पर नहीं पहुंचा है। अलबत्ता गला जाम, आंखाें में जलन, नाक में खुजली और सांस लेने में तकलीफ की शिकायत आम हाेने लगी है जाे कि हवा में प्रदूषण के साइड इफेक्ट हाे सकते हैं।
तीन जगह हुई शोर की स्टडी, आज आएगी रिपोर्ट
प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड ने दीपावली के मौके पर शहर में तीन जगह नॉइस पॉल्यूशन की स्टडी की। इनमें रेजिडेंशियल जोन में खतूरिया-जयनारायण व्यास कॉलोनी, कॉमर्शियल जोन में जूनागढ़ और आस-पास तथा साइलेंस जोन में पीबीएम हॉस्पिटल एरिया शामिल हैं। दीपावली को शाम छह से रात 12 बजे तक की गई इस स्टडी का डाटा बोर्ड के जयपुर मुख्यालय भेजा गया है। प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड की अधिकारी गरिमा मिश्रा के मुताबिक विभिन्न पैमानों पर हुई स्टडी का डाटा प्रोसेस होने के बाद इसकी रिपोर्ट गुरुवार तक आने की संभावना है।

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