
बीकानेर:ये कैसी सरकारी बैठक,मिटिंग में बुलाकर भी नहीं मिला प्रवेश,कामों को मिली स्वीकृति






खुलासा न्यूज,बीकानेर। मंत्रियों के साथ मीटिंग का हश्र क्या होता है, इसका उदाहरण शनिवार को बीकानेर के कलक्टरी परिसर में देखने को मिला। यहां डिस्ट्रिक्ट मिनरल फाउंडेशन ट्रस्ट की अजीबोगरीब मीटिंग हुई। इस ट्रस्ट के 15 में से 10 सदस्य तो मीटिंग रूम में ही नहीं पहुंच सके और प्रभारी मंत्री गोविन्द डोटासरा ने करीब 10 करोड़ रुपए खर्च करने के प्रस्ताव पारित कर दिए। मजे की बात यह है कि यह राशि उन्हीं माइन्स ओनर्स के सहयोग से आती है, जिन्हें मीटिंग रूम में प्रवेश तक नहीं करने दिया गया। उधर, मीटिंग के बाद जब मंत्री डोटासरा छत्तरगढ़ के लिए रवाना हुए, तब उनके सामने माइन्स ओनर्स और ट्रस्ट के सदस्यों ने विरोध दर्ज कराया। उन्होंने कहा कि बाहर कागज भेजकर हमारे हस्ताक्षर करवा लिए, लेकिन मीटिंग रूम में प्रवेश तक नहीं दिया। माइन्स ओनर राजेश चूरा ने इस मामले में मंत्री को खरी-खरी सुनाई। इस दौरान ऊर्जा मंत्री डॉ. बी.डी. कल्ला ने बीच-बचाव का प्रयास किया तो चूरा ने इस पर भी विरोध दर्ज कराया।
माइंस ओनर्स को बुलाया गया था
दरअसल, इस ट्रस्ट की मीटिंग बुलाई गई। इसमें 15 माइन्स ओनर्स को ट्रस्टी के रूप में बुलाया गया था। बैठक में प्रभारी मंत्री गोविन्द डोटासरा, ऊर्जा मंत्री डॉ. बी.डी. कल्ला व उच्च शिक्षा मंत्री भंवर सिंह भाटी के होने से बड़ी संख्या में कांग्रेस कार्यकर्ता भी पहुंच गए। कलक्टर सभागार के बाहर भारी भीड़ के बीच 15 में से 10 सदस्य मीटिंग रूम में प्रवेश नहीं पा सके। सदस्य अभी बाहर अपनी बारी का इंतजार ही कर रहे थे कि पता चला कि उनकी बैठक संपन्न हो गई। इतना ही नहीं करीब 10 करोड़ रुपए के प्रस्ताव भी स्वीकार कर लिए गए हैं। जो ट्रस्ट के खाते से खर्च होंगे।
यह काम स्वीकृत हो गए
जिला प्रभारी मंत्री ने कोविड-19 रोकथाम के लिए डीएमएफटी फंड द्वारा उपलब्ध कराए गए 5 करोड़ 72 लाख रुपए की प्रशासनिक और वित्तीय स्वीकृति का अनुमोदन किया। सिलिकोसिस सहायता के जिले में 33 प्रकरण में 70 लाख रुपए के भुगतान का अनुमोदन भी किया गया। बैठक के दौरान वर्ष 2019- 20 व 2020 -21 के लेखा के ऑडिट के लिए 50 हजार रुपए का अनुमोदन (अप्रूव) किया गया। बैठक में बताया गया कि गवर्निंग काउंसिल की तीसरी बैठक में 32 कार्यों के लिए 3 करोड़ 54 लाख रुपए की वित्तीय स्वीकृति जारी की गई थी। गवर्निंग काउंसिल की शनिवार को हुई बैठक में 1 करोड़ 54 लाख रुपए के कार्य प्रारंभ नहीं होने के चलते प्रस्ताव निरस्त किए गए। बैठक में उच्च शिक्षा मंत्री भंवर सिंह भाटी ,खाजूवाला विधायक गोविंद राम मेघवाल, नोखा विधायक बिहारीलाल बिश्नोई, श्रीडूंगरगढ़ विधायक गिरधारी लाल महिया, जिला कलेक्टर नमित मेहता, निदेशक माध्यमिक शिक्षा सौरभ स्वामी सहित संबंधित विभागों के अधिकारी उपस्थित थे।
मीटिंग में इनको बुलाया गया था
सौरभ चांदना, अशोक चूरा, अशोक सोलंकी, भंवर लाल बाना, किशोर सिंह, मोहम्मद सदीक, अजमल सिंह, दिनेश काकड़ा, अमर चंद, मुन्नी देवी, शौकत अली, चैनाराम, ओम प्रकाश चौधरी, रमेश सहारण, अरुण आचार्य को बुलाया गया था। इसमें अधिकांश माइन्स ओनर्स हैं, जबकि कुछ ग्राम पंचायतों के सरपंच हैं।
ट्रस्ट में कहां से आता है धन
इस ट्रस्ट में रकम माइन्स ओनर्स के सहयोग से ही एकत्र होती है। शनिवार को तीन मंत्रियों की उपस्थिति में 10 करोड़ रुपए के जिन कार्यो को हरी झंडी दिखाई गई है, वो उन्हीं माइन्स ओनर्स के प्रयासों का नतीजा है, जिन्हें मीटिंग में प्रवेश तक नहीं दिया गया।


