
बीकानेर/ असमंजस में बेरोजगार, सरकार सिर्फ सपने दिखा रही





शिक्षा विभाग ने REET की परीक्षा में DElEd कर रहे स्टूडेंट्स को शामिल करने का वादा तो कर दिया, लेकिन इसे अमलीजामा पहनाना मुश्किल है। दरअसल, प्रदेश के 50 हजार स्टूडेंट्स के साथ किए गए इस वादे को पूरा किया जाता है तो लाखों बेरोजगारों को REET के रिजल्ट का वर्ष 2022 तक इंतजार करना पड़ सकता है। टीचर्स ट्रेनिंग ले रहे युवाओं का मानना है कि बिना इंटर्नशिप के उनकी डिग्री पूरी नहीं हो सकती और इंटर्नशिप नवंबर से पहले पूरी नहीं होगी। ऐसे में उनका रिजल्ट भी नवंबर-दिसंबर के बीच ही घोषित हो सकता है। ऐसे में REET का रिजल्ट रुकना मुश्किल है।
शिक्षामंत्री गोविन्द डोटासरा ने हाल ही में घोषणा की है कि डी एल एड के एग्जाम 2 से 14 सितंबर के मध्य होंगे। जिससे वे REET में शामिल हो सकें। जो युवा टीचर्स ट्रेनिंग से जुड़े हैं उनके गले यह बात नहीं उतरती, क्योंकि इंटर्नशिप काफी लंबी होती है। REET की तैयारी में लाखों स्टूडेंट्स व्यस्त है। इनके साथ अब D.El.Ed. के स्टूडेंट्स भी सपने देख रहे हैं। इन दोनों के लिए शिक्षा विभाग को REET के रिजल्ट में ही विलम्ब करना होगा। ऐसे में स्कूलों में चल रही मांग भी पूरी नहीं होगी। कहा जा सकता है कि इस बार REET से चयनित टीचर्स अगले सत्र में ही स्कूल में नजर आएंगे। प्रिंसिपल एसोसिएशन ऑफ कॉलेज ऑफ एज्यूकेशन के नेशनल एक्जिक्यूटिव मेम्बर शशिकांत त्रिवेदी का कहना है कि सरकार REET में D.El.Ed. के स्टूडेंट्स को शामिल होने का सपना दिखा रही है। अगर यह सपना पूरा करना है तो REET दे रहे लाखों बेरोजगारों को कम से कम दिसंबर तक रिजल्ट का इंतजार करना होगा।


