[t4b-ticker]

बीकानेर में होगी ‘वेदांता टूर डी थार’ अंतराष्ट्रीय साइकिल रैली: नौरंगदेसर से होगी शुरुआत, कई देशों के साइकिल धावक होंगे शामिल

– केंद्रीय मंत्री अर्जुनराम मेघवाल की एक और पहल
– पर्यावरण संरक्षण, कार्बन एमिशन, थार सस्टेनेबिलिटी, आरोग्य, खेल और पर्यटन विकास होगा मुख्य ध्येय
– कई देशों के साइकिल धावक होंगे शामिल, दुनिया के नक्शे पर चमकेगा बीकानेर
– केंद्रीय मंत्री मेघवाल दिखाएंगे हरी झंडी, साइकिल चलाकर देंगे संदेश, रविवार को प्रात: 6.30 बजे होगी शुरुआत

बीकानेर। केंद्रीय कानून मंत्री अर्जुन राम मेघवाल की पहल पर 100 और 200 किमी लंबी ‘वेदांता टूर डी थार’ अंतर्राष्ट्रीय साइकिल रैली का आयोजन 23 नवम्बर को प्रात: 6.30 बजे से होगा। इसकी शुरुआत वहीं से होगी जहां वर्ष 2023 में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नौरंगदेसर दौरे के दौरान बीकानेर के 100 साइकिल धावकों ने उनकी अगवानी की और बरसात के बीच प्रधानमंत्री सभा स्थल तक प्रधानमंत्री के साथ चले। केंद्रीय कानून मंत्री अर्जुन राम मेघवाल ने शुक्रवार को सर्किट हाउस में आयोजित प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान इससे जुड़ी जानकारी दी।

मेघवाल ने बताया कि साइकिल हमारी दिनचर्या से जुड़ा विषय है। यह कार्बन एमिशन कम करने और पर्यावरण को संरक्षित करने का मुख्य माध्यम है। बीकानेर में भी इसकी समृद्ध परम्परा रही है। उन्होंने कहा कि वर्तमान समय में फ्रांस में ‘टूर डी फ्रांस’ के साइक्लिंग का अंतराष्ट्रीय इवेंट होता है। इसी तर्ज पर बीकानेर में पहली बार अंतर्राष्ट्रीय स्तर की साइकिल रैली ‘वेदांता टूर डी थार’ का आयोजन किया जा रहा है। उन्होंने बताया कि यह आयोजन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के ‘सांसद खेल महोत्सव-2025’ के निर्देशानुसार युवा मामले और खेल मंत्रालय के फिट इंडिया के सहयोग व साइक्लिंग फेडरेशन ऑफ इंडिया के तकनीकी सहयोग से किया जा रहा है।

केन्द्रीय मंत्री ने बताया कि इसकी शुरूआत प्रात: 8.15 बजे भारतमाला एक्सप्रेस वे पर यह होगी। यह नौरंगदेसर से देसलसर तक 50 किलोमीटर की दूरी में आयोजित की जाएगी। रैली के दौरान भारतमाला की एक साइड की 50 किमी की दूरी को पूरी तरह से ट्रैफिक फ्री रखा जाएगा।

मेघवाल ने बताया कि ग्लोबल हैप्पीनेस फाउंडेशन की ओर से प्रायोजित इस साइकिल रैली में भारत के विभिन्न राज्यों के साथ साथ फ्रांस व जर्मनी के साइक्लिस्ट हिस्सा लेंगे। यह पर्यावरण संरक्षण के संदेश के साथ अंतर्राष्ट्रीय पर्यटन नक्शे पर बीकानेर को नई पहचान दिलाएगी। इससे फिट इंडिया का संदेश जाएगा। साइक्लिंग को भी प्रोत्साहन मिलेगा।

केंद्रीय मंत्री ने बताया कि रैली में फ्रांस, स्विट्जरलैंड और सिंगापुर समेत देश के विभिन्न राज्यों के 750 से अधिक साइकिल धावक भागीदारी निभाएंगे। इसमें बीकानेर जिले के भी लगभग 250 साइक्लिस्ट शामिल हैं। उन्होंने बताया कि पंजीकरण ऑनलाइन माध्यम से किया गया। हिस्सा लेने वालों में 662 पुरुष और 124 महिलाएं हैं। जिनमें 16 वर्ष से लेकर 69 वर्ष आयु तक के प्रतिभागी शामिल हैं।

मेघवाल ने बताया यह साइकिल रैली 100 और 200 किलोमीटर की श्रेणियों में होगी। दोनों ही रैली में आयु वर्ग और ओपन कैटेगरी रखी गई है। आयु वर्ग में पुरुष और महिला दोनों के लिए 16-30 वर्ष, 31-45 वर्ष और 45 वर्ष से ज्यादा तीन श्रेणियां निर्धारित की गई हैं। वहीं ओपन कैटेगरी में किसी भी उम्र का कोई भी धावक हिस्सा ले सकेगा। प्रत्येक कैटेगरी में प्रथम तीन को पुरस्कार प्रदान किया जाएंगे।

मेघवाल ने बताया कि प्रोफेशनल एलिट वर्ग में टॉप 10 प्रतिभागियों को महिला एवं पुरुष वर्ग में पुरस्कृत किया जाएगा। श्री मेघवाल ने बताया कि रैली में कुल 27 लाख रुपए के पुरस्कार दिए जाएंगे। प्रोफेशनल इलीट वर्ग में टॉप 10 पुरस्कार में क्रमश: सवा लाख, 90 हजार, 75 हजार, 60 हजार, 50 हजार, 40 हजार, 35 हजार, 30 हजार, 20 हजार, 15 हजार के पुरस्कार प्रदान किए जाएंगे।

मेघवाल ने बताया कि 100 किलोमीटर सोलो एमेच्योर ग्रुप पुरस्कारों में प्रथम, द्वितीय और तृतीय स्थान पर रहने वालों को क्रमश: 70 हजार, 55 हजार और 45 हजार का पुरस्कार व विभिन्न आयुवर्गों में प्रथम, द्वितीय व तृतीय स्थान पर रहने वाले प्रतिभागियों को क्रमश: 40 हजार, 30 हजार और 25 हजार के पुरस्कार प्रदान किए जाएंगे।

रायसर में होगा पुरस्कार वितरण समारोह
मेघवाल ने बताया कि रैली का पुरस्कार वितरण समारोह रायसर स्थित भाटी डेजर्ट में 23 नवंबर को सायं 6 बजे आयोजित किया जाएगा। इस अवसर पर सांस्कृतिक संध्या का भी आयोजन होगा। श्री सुरेंद्र कूकणा साइकिल रैली के समन्वयक होंगे।

इस दौरान फ्रांस के पीयर मिलबर्ड, ग्लोबल हैप्पीनेस फाउंडेशन के श्याम अग्रवाल, चंपालाल गैदर, श्याम पंचारिया, नगर विकास न्यास के पूर्व अध्यक्ष महावीर रांका, अशोक प्रजापत, दीपक पारीक सहित अनेक लोग मौजूद रहे।

‘टूर दा थार’ से पूर्व शनिवार को आयोजित होगी ‘थार सस्टेनेबिलिटी समिट’

थार के इतिहास, जलवायु परिवर्तन, कला–संस्कृति–पर्यटन और सतत विकास पर विषय विशेषज्ञ करेंगे वैश्विक विमर्श

बीकानेर। केंद्रीय कानून मंत्री अर्जुन राम मेघवाल की पहल पर बीकानेर में 23 नवंबर को होने वाली ‘वेदांता–टूर डी थार’ अंतरराष्ट्रीय साइक्लिंग रैली से एक दिन पहले 22 नवंबर को जिला परिषद सभागार में ‘थार सस्टेनेबिलिटी समिट’ का आयोजन किया जाएगा। समिट का की-नोट संबोधन केंद्रीय कानून मंत्री मेघवाल ही देंगे।

ग्लोबल हैप्पीनेस फाउंडेशन द्वारा आयोजित इस अंतरराष्ट्रीय समिट में फ्रांस, सिंगापुर, स्विट्ज़रलैंड और जर्मनी सहित कई देशों के विशेषज्ञ भाग लेंगे। समिट की शुरुआत फ्रांस के पियर गर्बॉड के कीनोट से होगी। पियर गर्बॉड जलवायु परिवर्तन मामलों के अंतर्राष्ट्रीय स्तर के विशेषज्ञ हैं। जो पर्यावरण अनुकूलन से जुड़े अपने शोध के लिए विशेष पहचान रखते हैं। इसके बाद वैश्विक स्तर पर सस्टेनेबिलिटी स्टोरीटेलर के रूप में पहचान रखने वाली एलिना मर्लिन का व्याख्यान होगा।

पहले सत्र में ‘हेरिटेज एंड आइडेंटिटी: बीकानेर थ्रू द एजेस” विषय पर चर्चा होगी। इसमें स्वामी समानंद गिरि और डॉ. विमल कुमार गहलोत बीकानेर की ऐतिहासिक पहचान, सांस्कृतिक धरोहर और मरुस्थलीय समाज के विकास पर विचार प्रस्तुत करेंगे।

इसके बाद ‘क्लाइमेट चेंज एंड बायोडायवर्सिटी ऑफ द थार’ पर केंद्रित पैनल की चर्चा होगी। इस सत्र में मौसम वैज्ञानिक श्री लक्ष्मण सिंह राठौड़, शोधकर्ता श्री कुणाल पटावरी और विशेषज्ञ सौरभ सर्राफ थार के संवेदनशील पारिस्थितिक तंत्र और जलवायु परिवर्तन की चुनौतियों पर चर्चा करेंगे।

दोपहर बाद ‘कल्चर, आर्ट एंड टूरिज्म–ए सोशियो-इकॉनॉमिक विज़न फ़ॉर बीकानेर’ विषय पर अंतरराष्ट्रीय पैनल चर्चा होगी। इसमें स्विट्ज़रलैंड में कार्यरत समाज वैज्ञानिक डॉ. रश्मि राय रावत और संस्कृति पर्यटन विशेषज्ञ गोपाल सिंह चौहान बीकानेर की कला, परंपरा, हेरिटेज और क्रिएटिव अर्थव्यवस्था की संभावनाओं पर अपने विचार साझा करेंगे।

समिट में हेरिटेज संरक्षण, मरुस्थलीय जीवन, कला–संस्कृति और पर्यटन को विशेष महत्व दिया जाएगा। प्रत्येक सत्र 40–45 मिनट का होगा। इनके बीच अंतरराष्ट्रीय की-नोट प्रस्तुतियाँ होंगी।

समिट की मुख्य योजना और आयोजन गणेश गुड़ी द्वारा किया गया है। वहीं सामाजिक वैज्ञानिक रश्मि राय रावत ने सलाहकार के रूप में योगदान दिया है।

यह समिट तथा अगले दिन होने वाली अंतरराष्ट्रीय साइक्लिंग प्रतियोगिता का उद्देश्य थार क्षेत्र में लो-कार्बन ट्रांसपोर्ट, पर्यावरण संरक्षण और स्वस्थ जीवनशैली को प्रोत्साहित करना है। साइकिल चलाने से प्रति किलोमीटर 100–150 ग्राम कार्बन डाई ऑक्साइड उत्सर्जन की बचत होती है, जो जलवायु जागरूकता की दिशा में इसे एक महत्वपूर्ण कदम बनाता है।

Join Whatsapp