बीकानेर- अस्पताल की छत ढही, शुक्र है देर रात हुआ हादसा, कोई नहीं था अस्पताल में

बीकानेर- अस्पताल की छत ढही, शुक्र है देर रात हुआ हादसा, कोई नहीं था अस्पताल में

बीकानेर। बीकानेर से आठ किलोमीटर दूर नाल गांव में एक सरकारी अस्पताल के बरामदे की पटि्टयां रविवार देर रात गिर गई। इस दौरान वहां कोई नहीं था, इसलिए बड़ा हादसा टल गया। आमतौर पर अस्पताल में बड़ी संख्या में लोग रहते हैं। घटना के बाद गांव के लोगों में संबंधित निर्माण एजेंसी के खिलाफ आक्रोश है। घटना रात करीब डेढ़ बजे की है, जब अस्पताल में बने हॉल की पटि्टयां एक के बाद एक गिरने लगी। इसी हॉल में कई बार मरीजों को भर्ती भी रखा जाता है। दिन के समय यह घटना होती तो कई लोगों की जान जा सकती थी। इसी परिसर में एक एएनएम भगवती राठौड़ भी रहती है, हालांकि उनके कमरे को कुछ नहीं हुआ। रात में पटि्टयां गिरने पर वो मौके पर पहुंची।

घटिया निर्माण सामग्री का उपयोग

आरोप है कि ठेकेदार ने इस परिसर के निर्माण में घटिया सामग्री का उपयोग किया। सीमेंट के बजाय बजरी अधिक मात्रा में नजर आ रही है। न सिर्फ पटि्टयां गिर गई हैं, बल्कि कई दीवारों में दरारें भी साफ नजर आ रही है। दीवार का एक हिस्सा तो पूरी तरह जर्जर होता दिख रहा है। गिरे हुए मलबे में साफ नजर आ रहा है कि इसमें सीमेंट का उपयोग बहुत कम मात्रा में किया गया है।

वर्ष 2012 में बना था

यह परिसर वर्ष 2012 में बना था। उप स्वास्थ्य केंद्र होने के कारण यहां टीकाकरण व नियमित रोगियों को देखने का काम यहां होता रहा है। आमतौर नाल व आसपास के गांवों की गर्भवती महिलाओं का टीकाकरण भी यहां होता है। फिलहाल यहां एएनएम ही कार्यरत है। किसी चिकित्सक की नियुक्ति नहीं है। परिसर में ऑफिस, डिलीवरी, स्टॉफ और चिकित्सक के लिए एक एक कक्ष है। इसके अलावा एक हॉल था, जिसकी छत ढह गई है।

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