बीकानेर एसपी ने खुद की खाल बचाने के लिए थानेदरों पर गिराई गाज, राजनेता कर रहे है गुंडों की पैरवी!
– कुशाल सिंह मेड़तिया
खुलासा न्यूज़, बीकानेर। एक ओर तो बीकनेर में पिछले दो से तीन महीने के अंतराल में अनेक आपराधिक गतिविधियों ने बीकानेर वासियों में भय का माहौल पैदा कर दिया है। जिसको लेकर पुलिस कप्तान की कार्यशैली पर सवालिया निशान उठने लगे है। हालांकि पुलिस ने कुछ घटनाओं में अपराधियों को पकड़कर थोथी वाहवाही लूटने का प्रयास जरूर किया है, लेकिन दिनों-दिन बढ़ती हथियारों की गतिविधियों के तह तक जाने का प्रयास पुलिस नहीं कर पा रही है। पिछले चार दिनों में हुई फायरिंग की घटनाओं व एक व्यापारी की हत्या ने जहां पुलिस महकमे पर दाग लगाया है वहीं पुलिस के कप्तान इस घटनाओं की जिम्मेदारी लेने की बजाय अपनी खाल बचाने के लिए थानों में तबादले कर उथल-पुथल मचा रहे है। जिसको लेकर भी उनका यह कदम अब विवादों के घेरे में आ गया है और चर्चा ए आम हो चली है कि आखिर जिले के कप्तान प्रहलाद कृष्णियां पुलिस की खाकी पर लगे दाग मिटाने में लगे है, या अपनी कुर्सी बचाने में । सूत्र बतातें है कि बीकानेर में पुलिस का इकबाल इसिलए खत्म हुआ क्योंकि यहां के राजनेता गुंडों की पैरवी करते है। जिले के कप्तान द्वारा दिए गए निर्देश के कारण थानेदार इन बदमाशों पर कोई कार्यवाही नहीं करते है। यहां तक कि हिस्ट्रीशीटर खुल्लेआम घूम रहे है, न्यायालय से शीघ्र गिरफ्तार करने के आदेश निकाले जा चुके है, इसके बावजूद भी पुलिस इन हिस्ट्रीशीटर को गिरफ्तार नहीं करती है । पुलिस द्वारा न्यायालय में हिस्ट्रीशीटर मफरूर होने का बताया जाता है।
सट्टा जारी, विधायक का आरोप- एसपी रात को 8 बजे दोरू पीकर सो जाते है
बीकानेर में सट्टा जारी है, लेकिन कोई भी कार्रवाई बीकानेर में नहीं हुई, नागौर, जयपुर, हैदराबाद आदि शहरों में हुई। इसमें गौर करने वाली बात यह है कि यहां भी बीकानेर वाले सटोरिये पकड़े गए। बीकानेर के सटोरियों को बच्चा-बच्चा जानता है लेकिन पुलिस नहीं जानती। आईपीएल को लेकर जिले के कप्तान द्वारा सटोरियों पर कार्यवाही नहीं करने से सवालों के घेरे में है। इसको लेकर विधायक सुमित गोदारा ने इस घटना को लेकर जिले के एसपी पर गंभीर आरोप लगाते हुए कहा की एसपी रात 8 बजे के बाद शराब पीकर सो जाते है। कानून व्यवस्था से उनको कोई लेना देना नहीं है। उन्होंने कहा शहर में अपराधियों और सटोरियों को सह दी जा रही है।
बीकानेर पुलिस का खत्म हो चुका है इकबाल, शहर गमजदा
ना जाने इन दिनों बीकानेर को क्या हो रहा है ? पिछले तीन दिनों से फायरिंग हो रही है, गलियों में ठांय-ठांय हो रही है। शांत शहर की पहचान बना चुके बीकानेर में फायरिंग की घटनाओं को अंजाम दिया जा रहा है। इन घटनाओं से शहरवासी दहशत में है। इस तरह की घटनाओं से लग रहा है कि बीकानेर में पुलिस का इकबाल खत्म हो चुका है। अगर ऐसा ही हाल रहा तो बीकानेर को भी बिहार, यूपी या पश्चिम बंगाल का कोई ऐसा शहर बनने में देर नहीं लगेगी, जहां समाज की सुरक्षा की जिम्मेदारी गुंडे लेते है और बदले में वसूली करते है। सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार जिले में अवैध हथियार आए है,इन पर कोई बड़ी कार्यवाही नहीं की गई है।