बीकानेर : एसडीएम ने बोगस ग्राहक भेजकर मारा छापा, सिलसिलेवार जानिए पूरा मामला - Khulasa Online बीकानेर : एसडीएम ने बोगस ग्राहक भेजकर मारा छापा, सिलसिलेवार जानिए पूरा मामला - Khulasa Online

बीकानेर : एसडीएम ने बोगस ग्राहक भेजकर मारा छापा, सिलसिलेवार जानिए पूरा मामला

ई मित्र संचालक को फर्जी वोटर आईडी बनाना पड़ा महंगा
खुलासा न्यूज़, बीकानेर। नोखा के उपखंड अधिकारी को पिछले कई दिनों से शिकायत मिल रही थी कन्हैया ई मित्र सेवा केन्द्र कियोस्क संख्या के 10161802 पर फर्जी वोटर आईडी तैयार करके आम लोगों को दी जा रही है। इस उपखंड अधिकारी रमेश देव ने सत्यता जांचने के लिए अपने अधीन कर्मचारी श्रीकांत चारण जो कि सहायक कर्मचारी है उसको ई मित्र पर भेजकर शिकायत की सत्यता की जांचने के लिए एक आईडी बनावाने हेतु एक फोटो व वोटर लिस्ट 2019 की भाग संख्या 197 क्रम संख्या 151 ट्रपिक आईडी हेमन्त पुत्र प्रेमचंद निवासी नोखा की फोटो काफी की पर्ची देकर ई मित्र केन्द्र पर भेजा तो मौके पर आशाराम मिला जिसने फोटो व पर्ची श्रीकांत से ले ली और आईडी बनवाने के 150 रुपये ले लिये और कहा कि कल आईडी बना दुंगा। कल 11 बजे आकर ले जाना। बुधवार को रमेश देव उपखंड अधिकारी नोखा व तहसीलदार द्वारकाप्रसाद, सहायक प्रोग्रामर सुभाष छिंपा व पुलिस को लेकर कन्हैया ई मित्र सेवा केन्द्र के पास पहुंच कर श्रीकांत को आईडी लेते हेतु भेजा तो कन्हैया ई मित्र केन्द्र पर आशाराम ने हेमंत की वोटर आईडी टेबल की दराज से निकाल कर श्रीकांत को लेने को कहा तो श्रीकांत ने बाहर इशारा कर दिया तो तुरंत उपखंड अधिकारी व तहसीलदार पुलिस दुकान के अंदर पहुंच गये। एक साथ प्रशासन के अधिकारियों को देखकर आशाराम ने आईडी को वापस अंदर रख ली लेकिन पुलिस ने आईडी को बाहर निकलकर देखा तो आईडी हेमन्त नाम की वोटर आईडी बनी हुई थी। फर्जी वोटर आईडी को लेकर पुलिस ने दुकान से दो लैपटॉप व स्केनर बरामद किया तो पुलिस ने स्कैनर से फर्जी आईडी वोटर कार्ड पर बार कोर्ड फर्जी कॉपी पेस्ट इमेज के रुप में स्कैनर से बरामद किये। जब वोटर आईडी की जांच की गई तो उसके पीछे के भाग में 22 फरवरी 2019 लिखा हुआ मिला तथा पूर्व उपखंड अधिकारी श्योराम वर्मा निर्वाचक रजिस्टे्रशन अधिकारी नोखा के हस्ताक्षर फर्जी तरीके से स्कैन किये हुए थे। लेपटॉप की स्क्रीन पर ट्रेस किया गया। ई मित्र संचालकों को इस प्रकार की वोटर आईडी कार्ड बनाने का लाईसेंस नहीं ना ही वो इस प्रकार की वोटर आईडी बनाने के अधिकृत है। वोटर आईडी सिर्फ ईआरप्रिटिंग सॉफ्टवेयर से ही अधिकृत रुप े निर्वाचन रजिस्ट्रेशन अधिकारी बना सकता है। लेकिन ई मित्र संचालक फर्जी तरीके से वोटर आईडी बना कर दे रहे है जो गलत है। पुलिस ने आरोपी को गिरफ्तार कर उसके खिलाफ 419, 420, 467, 468, 471, 171डी 171 एफ के तहत मामला दर्ज कर आरोपी की दुकान से दो लेपटॉप, प्रिंटर व अन्य सामान को भी जब्त कर लिया है।

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