
बीकानेरवासियों को मिलेगी एक ओर नये अस्पताल की सौगात






खुलासा न्यूज,बीकानेर। कोरोना जैसी गंभीर बीमारियों से लडऩे के लिए देश के बड़े शहरों तक में कोई व्यवस्था नहीं थी। खासकर संक्रामक रोगों के लिए अलग से अस्पतालों की आवश्यकता अब महसूस होने लगी है। बीकानेर ने इस दिशा में एक कदम आगे बढ़ते हुए सरदार पटेल मेडिकल कॉलेज के अधीन संक्रामक रोगों से लडऩे के लिए अलग से अस्पताल खोलने का निर्णय कर लिया है। एक तरह से सुपर स्पेशलिटी सेंटर के रूप में इस अस्पताल को विकसित करने के लिए फिलहाल राज्य सरकार सात करोड़ रुपए खर्च करेगी।सरदार पटेल मेडिकल कॉलेज के प्राचार्य डॉ. एस.एस. राठौड ने बताया कि कोरोना जैसे कई संक्रामक रोगों से पीडि़त लोगों का इलाज करने और ऐसे रोगों पर अनुसंधान करने के लिए बीकानेर में संक्रामक रोगों के इलाज का केंद्र स्थापित हो रहा है। इस केंद्र में कोरोना, स्वाइन फ्लू सहित कई तरह के संक्रामक रोगों का इलाज हो सकेगा। उम्मीद की जा सकती है कि आने वाले कुछ सालों में सरदार पटेल मेडिकल कॉलेज में संक्रामक रोगों में डीएम भी करवाया जा सके। इससे इन रोगों का अनुसंधान भी बीकानेर में हो सकेगा।
विशेष तरह का आर्किटेक्ट
संक्रामक रोगों के लिए बनने वाला भवन सामान्य परिसर नहीं होगा। इसका निर्माण करते हुए हवाओं का विशेष ध्यान रखा जायेगा। दरअसल, हवा के बहाव के साथ संक्रामक रोग फैलता है। ऐसे में इस भवन में हवाओं का आवागमन का विशेष ध्यान रखा जायेगा।
फिलहाल सात करोड़ रुपए खर्च
केबिनेट मंत्री डॉ. बी.डी. कल्ला ने इस अस्पताल के लिए सात करोड़ रुपए राज्य सरकार से दिलवाने का वादा किया है। यह राशि स्वीकृत हो रही है और सार्वजनिक निर्माण विभाग के माध्यम से खर्च होगी। इसी विभाग के निर्देशन में भवन का निर्माण होगा। अस्पताल निर्माण के लिए मेडिसिन विभाग के सहायक आचार्य डॉ. मनोज माली को नोडल अधिकारी और वरिष्ठ प्रदर्शक दंत चिकित्सा डॉ. जितेंद्र आचार्य को पर्यवेक्षण समिति का समन्वयक बना दिया गया है।


