
बीकानेर- रेजिडेंट चिकित्सकों का चोथें दिन भी काली पट्टी बांधकर विरोध जारी रहेगा






खुलासा न्यूज, बीकानेर। रेजिडेंट चिकित्सक अपनी क्वारेंटाइन लीव, एग्जाम, सीनियर रेजिडेंसी, 2 साल से लंबित वेतन जैसी मांगों को लेकर पिछले 1 महीने से सरकार से आग्रह कर रहे है लेकिन सरकार की अनदेखी, अब बर्दाश्त से बाहर हो गई है। मरीजों के हितों को देखते हुए 14 मई से 16 मई का एक घंटे का कार्य बहिष्कार अभी स्थगित किया गया है । फिर भी सरकार हमारी सुध नहीं लेती है तो 17 मई से कठोर कदम उठाने को मजबूर होंगे।
रेजिडेंट डॉक्टर्स एसोसिएशन के अध्यक्ष डॉ गोवर्धन लाल सैनी ने कहा कि इस महामारी के समय रेजिडेंट चिकित्सक पिछले एक साल से भी ज्यादा समय से निस्वार्थ भाव से पूरी ईमानदारी के साथ कार्य कर रहे है आज यदि हमारी अधूरी मांगों को प्राथमिकता से पूरी नहीं करती है तो सरकार हमें कब प्राथमिकता देगी।
सरकार सिर्फ हाथ पर हाथ धरे बैठी है वो ना तो मरीजों के लिए कुछ कर पा रही है और ना ही रेजिडेंट चिकित्सकों के लिए।
पिछले तीन दिनों से जयपुर के रेजिडेंट पदाधिकारी सरकार से वार्ता करने की कोशिश कर रहे है लेकिन सरकार के पदाधिकारी उनसे मिलना ही नहीं चाहते है सरकार जान बूझ कर मरीजों के स्वास्थ्य के साथ खिलवाड़ करना चाहती है और रेजिडेंट को हड़ताल करने के लिए मजबूर कर रही है। मरीजों को दवा, बेड, वेंटिलेटर ना दिला पाने से हुई मौत का इल्ज़ाम रेजिडेंट पर डालना चाहती है
शनिवार और रविवार को काली पट्टी बांधकर विरोध जारी रहेगा। रविवार को दोपहर में सभी कॉलेज के रेजिडेंट प्रतिनिधियों की आपस में वर्चुअल मीटिंग होगी उसमे अब तक की सरकार के नजरिए और आगे की रणनीति पर चर्चा की जायेगी।


