
बीकानेर/ पुलिस है या गुंडे, सरेआम सजा देने का कौनसी अदालत ने दिया हक ?, क्या एसपी योगेश लेंगे एक्शन






– अपनी ही साख को बट्टा लगाने में तुले है पुलिसकर्मी
– बीकनेर ट्रेफिक पुलिस थाने के कांस्टेबल बजरंग की दबंगई से हो रही पुलिस की साख खराब
खुलासा न्यूज, बीकानेर। पीटने और पिटने की कहानी तो आपने कई बार सुनी और देखी होगी, लेकिन कई बार यह फैसला कर पाना मुश्किल हो जाता है कि असल में गुुंडा कौन है ? वो जो पिट रहा है या फिर वो जो उसे पीट रहे हैं ? बीकानेर पुलिस की बहादुरी के किस्सों के साथ पुलिसिया जुल्म की यह कहानी बार-बार सवाल दोहराती है कि हिंदुस्तान की कौन सी अदालत पुलिस को ये हक देती हे कि वो यूं किसी को सरेआम सजा दें…
फिल्मी अंदाज में पुलिसगिरी
श्रीगंगानगर चौराहे पर कुछ पुलिसकर्मी जो फिल्मी अंदाज में पेश आते है। ट्रेफिक पुलिस थाने के कांस्टेबल बजरंग की दबंगई से पुलिस की साख खराब हो रही है। ना जाने अपनी ही साख को बट्टा लगाने में क्यों तुले हुए है। दरअसल मामला यूं है कि आज पुलिसकर्मी बजरंग ने दबंगई दिखाते हुए एक टैक्सी चालक को जबरदस्त थप्पड़ जड़ दिया और जेल में बंद करने की धमकी दे डाली। शोभासर निवासी सलमान अपनी टैक्सी लेकर श्रीगंगानगर चौराहे के पास पहुंचा तभी पुलिसकर्मी बजरंग ने आपा खोते हुए टैक्सी चालक को थप्पड़ जड़ दिया। पुलिसकर्मी बजरंग द्वारा सरेआम थप्पड़ जडऩे की यह कहानी बार-बार सवाल दोहराती है कि हिंदुस्तान की कौन सी अदालत पुलिस को ये हक देती हे कि वो यूं किसी को सरेआम सजा दें…
अब देखने वाला विषय यह है कि पुलिस की साख खराब करने वाले पुलिसकर्मी बजरंग पर क्या कार्यवाही होती है ? क्या जिले के एसपी योगेश कुमार एक्शन लेंगे ?


