मोनालिसा हत्याकांड का बीकानेर पुलिस ने पुलिस न पर्दाफाश, देखे वीडियो - Khulasa Online मोनालिसा हत्याकांड का बीकानेर पुलिस ने पुलिस न पर्दाफाश, देखे वीडियो - Khulasa Online

मोनालिसा हत्याकांड का बीकानेर पुलिस ने पुलिस न पर्दाफाश, देखे वीडियो

बीकानेर । चर्चित मोनालिसा हत्याकांड का बीकानेर पुलिस ने पुलिस न पर्दाफाश करते हुए एक आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है। जिसे रिमांड पर लेकर पुलिस यह पता लगाएगी इस हत्याकांड में और कौन-कौन शामिल है और किसकी क्या भूमिका है। इस मामले को लेकर अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक (शहर) बीकानेर अमित कुमार बुड़ानिया ने रविवार को प्रेस वार्ता बुलाई, जिसमें पूरा प्रकरण का खुलासा किया। बुडानिया के बताया कि स्वपत चौधुरी पुत्र हरिप्रसाद चौधुरी ने एक एफआईआर दर्ज करवायी थी। जिसमें आरोप लगाया गया था कि आज से करीब दो साल पहले भवानीसिंह ने कुछ लोगों के साथ मिलकर फर्जी तरीके से मेरी जमीन हड़पने के लिये मेरी बेटी मोनालिसा को प्यार के जाल में फसा कर झूठी शादी कर उसकी हत्या कर दी। जिस पर पुलिस थाना सदर में मुकदमा दर्ज कर जांच अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक अमित कुमार द्वारा शुरू की गई

बुडानिया ने बताया कि जांच के दौरान घटना से संबंधित सभी लोगों के तकनीकी साक्ष्य जुटाने के लिये सभी की सीडीआर मय लोकेशन प्राप्त की। जिसमें अनुसंधान से यह तथ्य भी प्रकाश में आया कि भवानीसिंह मृतका मोनालिस के साथ मृत्यु के समय ओमेक्स सिटी जयपुर मे किराये के मकान में रहता था। अनुसंधान के बाद भी जब आरोप की स्पष्टता व समुचित तकनीकी साक्ष्य व गवाहान के बयानों में सुसंगतता प्रकट नहीं हुई तो घटना की स्पष्टता के लिये रूना चौधुरी व भवानीसिंह के 164 सीआरपीसी के कथन करवाये गये। दोनों ने ही अपने कथनों में मोनालिसा की मृत्यु की तारीख के संबंध व मृत्यु के कारणों व घटना के संदर्भ में अलग-अलग वर्णन बताये। जिससे भवानी का मोना की मृत्यु के बाद कृत्य संदिग्ध लगा । भवानी ने मोना के फिसलकर बेहोश होने की झूठी कहानी बनाई और अपने दोस्त को फोन करके बुलाता है और फिर अस्पताल लेकर जाना बताता है, अस्पताल को रिकॉर्ड से भी ज्ञात हुआ कि मोनालिसा को अस्पताल लेकर गया ही नहीं।उसके बाद भवानी ने मोनालिसा के मृत शरीर के निस्तारण के लिये व अपना अपराध छुपाने के लिये कुछ लोगों का सहयोग लेकर मोनालिसा की मां रूमा चौधुरी को मोनालिसा की मृत्यु की सूचना देकर मोनालिसा का अंतिम संस्कार जयपुर में करने की अनुमति लेने के बारे में बताया। इन संदिग्ध तथ्यों के संबंध में जब जांच की गई तो पता चला कि आरोपी भवानीसिंह ने रूना चौधरी से इस संबंध में कभी बात ही नहीं की। अन्य तकनीकी साक्ष्यों एवं गवाहों के बयान से व दाह संस्कार स्थल से प्राप्त रिकॉर्ड से भवानी के द्वारा हत्या करना, हत्या का सबुत नष्ट करना और महीने भर रूना चौधुरी को गुमराह करना अनुसंधान से साबित हुआ है। बुडानिया ने बताया कि हत्या के कारणों के खुलासा के लिये भवानी को पुलिस रिमाण्ड पर लिया जाएगा। जिसमें पता लगाया जाएगा कि षड्यंत्र में भवानी के साथ-साथ अन्य कौन-कौन लोग शामिल रहे, उनका क्या उदेश्य रहा, उनकी षडयंत्र में क्या भूमिका रही इस मामले में पुलिस अग्रिम अनुसंधान करेगी। बुडानिया ने बताया कि आरोपी के खिलाफ पूर्व में कई गंभीर प्रकरण दर्ज है। गैंगस्टर आनंदपाल सिंह का सहआरोपी रहा है। आरोपी की जेल में आनंदपाल सिंह से मुलाकात हुई, उसके बाद से लगातार आनंदपाल के गुर्गों से आरोपी संपर्क में रह

 

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