
आखिर कब पीबीएम प्रशासन मरीजों के लिए सवेंदनशील बनेगा, पढ़े यह खबर






आखिर कब पीबीएम प्रशासन मरीजों के लिए सवेंदनशील बनेगा, पढ़े यह खबर
खुलासा ख़ास खबर बीकानेर। अगर आपके पास आधार कार्ड नहीं है तो आपको भी पीबीएम अस्पताल में इलाज में देरी हो सकती है। दरअसल, पांचू थाना इलाके में रविवार देर रात कार-ट्रक की टक्कर में मोटरसाइकिल सवार दो युवक घायल हो गए। इनमें से एक युवक की इलाज के दौरान मौत हो गई। घायल युवकों को लेकर आए ग्रामीणों के मुताबिक जब वे इनको लेकर पीबीएम पहुंचे तो, यहां मौजूद कार्मिकों ने दोनों का आधार कार्ड मांगा। इसमें रामस्वरूप का आधार कार्ड तो मिल गया, जिससे उसका तत्काल इलाज शुरू हो गया। लेकिन मूलसिंह का आधार कार्ड नहीं होने से उसके इलाज में आधा घंटे की देरी हुई, जिससे मूलसिंह की मौत हो गई। सूत्रों के अनुसार आधार कार्ड नहीं होने की वजह से पीबीएम हॉस्पिटल परिसर में संचालित सीटी स्कैन सेंटर के कार्मिकों ने घायल युवक का सीटी स्कैन करने से मना कर दिया।
वह करीब आधे घंटे तक सीटी स्कैन कक्ष के बाहर तड़पता रहा, लेकिन कार्मिकों ने उसका सीटी स्कैन नहीं किया। इसको लेकर कई समय पहले खुलासा ने भी चेताया था। इसके बावजूद इस तरह के हालात बने है। यह को स्थिति नई नहीं है। हर रोज आमजन को इस तरह से ही इलाज के लिए परेशान होना पड़ता है। कई बार हार्ट के मरीजों को इमरजेंसी में अस्पताल लाया जाता है। इस दौरान जनाधार या आधार नहीं होने की वजह से उनको परेशानी का सामना करना पड़ता है।
जबकि किसी भी घायल व्यक्ति के इलाज के लिए आधार कार्ड या भामाशाह कार्ड की पीबीएम हॉस्पिटल में अनिवार्यता नहीं है। इस संबंध में मेडिकल कॉलेज प्रशासन ने आदेश भी निकाला है। इसके बावजूद रविवार को आधार कार्ड नहीं होने पर सीटी स्कैन नहीं किया। मृतक के परिजनों ने बताया कि इस संबंध में सीटी स्कैन संचालक के खिलाफ कार्रवाई की जानी चाहिए।
फोटो कॉपी में भी परेशानी
कई बार अस्पताल परिसर में आधार या फिर जनाधार की फोटो कॉपी भी मांगी जाती है। लेकिन देर रात को आने वाले मरीजों के परिजनों को इसकी फोटोकॉपी के लिए भी भटकना पड़ता है। स्थिति यह हो जाती है कि जनाना अस्पताल के पास के अलावा कही पर भी फोटो कॉपी की दुकान ही नहीं मिलती है। ऐसे में ट्रॉमा या फिर हार्ट हॉस्पिटल आने वाले मरीजों के परिजनों को देर रात को परेशानी होती है। जानकारों के अनुसार फोटो कॉपी को लेकर टेंडर भी हो रखे है। इसके बावजूद इसको शुरू नहीं किया गया है।


