
बीकानेर: दस हजार रुपए के लिए कर दी युवक की हत्या, पार्टी के नाम पर घर से लिया, इतना मारा कि मौत हो गई






बीकानेर। उधार लिए दस हजार रुपए वापस नहीं लौटाने पर चार युवकों ने मिलकर एक युवक को सरियों व डंडों से इतना पीटा कि उसका दम ही टूट गया। घटना 28 जुलाई की है लेकिन तब पुलिस ने इसे सामान्य मौत मानते हुए मामला रफा-दफा कर दिया। घटना के बारह दिन बाद पुलिस अधीक्षक तेजस्वनी गौतम के आदेश पर इस मामले में चार युवकों को गिरफ्तार किया गया और हत्या को मर्ग दर्ज करने वाले पुलिस अधिकारियों को निलंबित कर दिया गया। बिहार निवासी संतलाल मिश्र ने पुलिस को बताया कि 28 जुलाई की रात लगभग सवा दस बजे साढ़े दस बजे के बीच मेरे बड़े लड़के पिंटू को जहांगीर कोहरी, अंकित, पवन व सावर मोटरसाईकिल पर लेकर गये थे। अगले दिन सुबह तक पिंटू वापस नहीं आया। बाद में पुलिस ने फोन पर बताया कि आपका लड़का रोड नम्बर 07 पर अचेत अवस्था में मिला है, जिसे अस्पताल लेकर गए तो डॉक्टर्स ने मृत घोषित कर दिया। मृतक पिंटू के शरीर पर जगह-जगह चोट के निशान थे, इसके बाद भी हत्या के बजाय मर्ग दर्ज कर ली गई। ऐसे में आरोपियों की तुरंत धरपकड़ नहीं हो सकी। पुलिस स्तर पर हुई लापरवाही का लाभ आरोपियों को मिला कि वो बाहर आराम से घूमते रहे। मर्ग में स्पष्ट बताया गया था कि जहांगीर कोही, अंकित, पवन और सांवर ने स्वयं कहा कि उसके बेटे पिंटू को उन्होंने मारा है। इस तरह का एक वीडियो भी दिखाया। जिसमें पिंटू को पीटा जा रहा था। पिंटू के साथ पाईप, डंडो से मारपीट की थी। जिसका एक वीडियो भी दिखाया गया। चारों लड़कों ने मेरे बेटे को अपने साथ ले जाकर हाथ पैर बांधकर पीट-पीट कर मार दिया। यह रिपोर्ट थाना पर प्राप्त होने पर थाना पर मुकदमा दर्ज कर तफ्तीश शुरु की गई। थाना स्तर पर लापरवाही हुई तो मामला एसपी तेजस्वनी गौतम तक पहुंचा। एसपी ने ही त्वरित कार्रवाई के आदेश दिए और आला अधिकारियों की निगरानी तय की। इसके बाद थानाधिकारी कोटगेट कुलदीप सिंह की टीम ने आरोपी जहांगीर कोहरी, अंकित, पवन व सांवर को गिरफ्तार किया।


