
बारूद के ढेर पर बीकानेर: हादसे पर मातम, पर लापरवाही जस की तस






बारूद के ढेर पर बीकानेर: हादसे पर मातम, पर लापरवाही जस की तस
बीकानेर। मदान मार्केट में हुए गैस सिलेंडर ब्लास्ट ने एक बार फिर साबित कर दिया कि बीकानेर ‘हादसों के इंतज़ार’ वाला शहर बन चुका है। जहां प्रशासन की आंखें बंद हैं, वहां आमजन बारूद पर ज़दिंगी बिता रहा है। इससे पहले सोनगिरी कुआं क्षेत्र में पटाखा फैक्ट्री में लगी आग ने सात जिंदगियां निगल ली थीं, लेकिन प्रशासन ने सबक नहीं लिया। शहर के कई इलाकों में धड़ल्ले से घरेलू गैस सिलेंडरों का अवैध उपयोग और रिफलिंग जारी है। सोनगिरी कुआं, जस्सूसर गेट, गजनेर रोड, व्यास कॉलोनी, भुट्टों का चौराहा, शास्त्रीनगर और रानीबाजार जैसे स्थान इस अवैध गतिविधि के अड्डे बने हुए हैं। जबकि पुलिस, जिला प्रशासन और रसद विभाग मौन हैं। कोतवाली थाना क्षेत्र में बने सैकड़ों कमर्शियल कॉम्पलेक्स नियमों की धज्जियां उड़ा रहे हैं। तेजाब, केमिकल और गैस सिलेंडरों का अवैध भंडारण इन कॉम्पलेक्सों में खुलेआम हो रहा है। न फायर सेफ्टी है, न प्रशासन की नियमित जांच।


