[t4b-ticker]

बीकानेर: अधिकारी नोटिस देने पहुंचे, परिजनों का जत्था पैदल बीकानेर के लिए हो गया रवाना

बीकानेर: अधिकारी नोटिस देने पहुंचे, परिजनों का जत्था पैदल बीकानेर के लिए हो गया रवाना

बीकानेर। केड़ली गांव के सरकारी स्कूल में मंगलवार काे पानी के टांके के टूटने और उसमें गिरने से तीन बच्चियाें प्रज्ञा, रवीना और भारती की माैत हाे गई थी। उसी दिन से परिजनाें ने उनके शव नहीं उठाए। नाेखा हाॅस्पिटल के आगे धरना लगाकर बैठे हैं और शव माेर्चरी में पड़े हैं। तीनाें के शव गुरुवार काे तीसरे दिन भी परिजनाें ने नहीं उठाए और पाेस्टमार्टम की अनुमति नहीं दी। दूसरी ओर प्रशासन ने शवाें के अंतिम संस्कार करवाने के लिए परिजनाें काे नाेटिस देने का प्रयास किया। धारा 8/1 के अंतर्गत राजस्थान मृत शरीर का सम्मान अधिनियम के तहत परिजनों को निश्चित समय पर शवों के अंतिम संस्कार के लिए कहा गया है। नाेटिस लेकर प्रशासनिक अधिकारी धरना स्थल पर पहुंचे, उससे पहले तीनाें बच्चियाें के परिजनाें के साथ ही 40 ग्रामीणों का जत्था बीकानेर में शुक्रवार काे प्रस्तावित प्रदर्शन के लिए पैदल ही रवाना हाे गए।

नाेखा के पुलिस और प्रशासनिक अधिकारी इस मुद्दे पर काेई भी जानकारी नहीं दे रहे हैं। वहीं प्रशासन तैयारी कर चुका है कि अगर नाेटिस की पालना नहीं हाेती ताे वे अपने स्तर पर बच्चियाें का अंतिम संस्कार करवाएंगे। दूसरी ओर परिजन यह कहते हुए बीकानेर रवाना हाे गए कि नाेखा में उनकी सुनवाई नहीं हाे रही। प्रशासनिक अधिकारी दबाव बना रहा है।दादा मघाराम ने बताया कि वे दाेषियाें पर कार्रवाई की मांग कर रहे हैं। दाे शिक्षकाें काे तत्काल निलंबित कर दिया जबकि अन्य दाेषियों पर कार्रवाई होनी चाहिए। शुक्रवार काे बीकानेर में नागाैर सांसद हनुमान बेनीवाल के नेतृत्व में प्रदर्शन किया जाएगा। परिजन न्याय के लिए 60 किमी दूर बीकानेर पैदल जा रहे हैं।

गुरुवार दाेपहर बीकानेर से एडिशनल एसपी कैलाश सांदू और सीओ सिटी श्रवण दास वार्ता को नोखा पहुंचे। उनकी वार्ता किसी परिणाम पर नहीं पहुंची। पैदल कूच करने वालाें में सूरजाराम, केशूराम, सूरजाराम राहड़, जितेन्द्र, ओमप्रकाश, रेखाराम, बाघाराम, गोपी, सुगनाराम, लालाराम, किसनाराम, उम्मेदाराम, हीराराम, श्रवण, मनीष, मगनाराम केड़ली, हनी गर्ग, विजयपाल बेनीवाल, मनोज भार्गव और अभिषेक पंडित आदि शामिल थे।

Join Whatsapp