जूनोटिक बीमारियो से बचाव व प्रबन्धन विषय पर प्रशिक्षण शिविर आयोजित

 जूनोटिक बीमारियो से बचाव व प्रबन्धन विषय पर प्रशिक्षण शिविर आयोजित

 जूनोटिक बीमारियो से बचाव व प्रबन्धन विषय पर प्रशिक्षण शिविर आयोजित

बीकानेर। राजस्थान पशुचिकित्सा और पशु विज्ञान विश्वविद्यालय बीकानेर द्वारा संचालित पशु विज्ञान केंद्र, लूणकरनसर द्वारा 13 दिसम्बर को केंद्र परिसर मे “जूनोटिक बीमारियो से बचाव व प्रबन्धन” विषय पर एक दिवसीय पशुपालक प्रशिक्षण शिविर (संस्थागत) का आयोजन किया गया । इस प्रशिक्षण शिविर में केन्द्र के प्रभारी अधिकारी डॉ. अमित कुमार ने पशुपालकों को पशुओं में बाँझपन के कारण एंव प्रबन्धन को बताते हुए बाँझपन की समस्या से बचाव के लिए महत्वपूर्ण सुझाव दिए। केंद्र के सहायक आचार्य डॉ. प्रवीन बानो ने प्रमुख जूनोटिक बीमारिया जैसे- ब्रूसेलोसिस व क्षय रोग ( टी.बी. ) के लक्षणो व बचाव के बारे मे विस्तार से जानकारी दी तथा पशुपालकों को उचित समय पर अपने पशुओ के टीकाकरण करवाने के लिए प्रेरित किया । इस दौरान केंद्र के टीचिंग एसोसिएट डॉ. हेमन्त कुमार ने मानव एंव पशु स्वास्थय पर जूनोटिक बीमारियो के प्रभाव के बारे मे बताते हुए रेबीज के बारे मे विस्तार से जानकारी दी तथा केंद्र की प्रयोगशाला में निशुल्क होने वाली रक्त, दूध, मल-मूत्र आदि की विभिन्न जांचों के बारे में बताया । इस दौरान पशुपालकों ने पशुपालन मे आ रही अपनी समस्याओं से अवगत करवाया तथा समस्याओं के समाधान पूछे। इस प्रशिक्षण के समापन मे पशुपालकों को केंद्र पर उपस्थित विभिन्न प्रदर्शन इकाइयों जैसे जैविक सब्जी, एजोला, नेपियर एवं औषधीय पादपों आदि का भ्रमण करवाया एंव सभी पशुपालकों को प्रसार शिक्षा निदेशालय, राजूवास द्वारा प्रकाशित मासिक पत्रिका “पशु पालन नए आयाम” का वितरण भी किया गया । इस संस्थागत प्रशिक्षण शिविर मे कुल 30 महिला एंव पुरुष पशुपालकों ने भाग लिया।

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