
महापौर जी थोड़ा अपने नगर निगम के आसपास भी दो ध्यान, कई महीनों से टूटी है सड़क







कुशाल सिंह मेडतियां की खास रिपोर्ट
बीकानेर। भाजपा की सरकार बनने के साथ ही अब सभी नेता एक्टिव मोड में आ गए है। इसमें चाहे बात जयपुर की करें या फिर बीकानेर की। सभी जगहों पर विधायक से लेकर महापौर तक सक्रीय नजर आ रहे है। जहां सोमवार को जयपुर में महापौर निरिक्षण करने निकली तो वहीं आखिरकार बीकानेर में भी महापौर सुशीला कंवर को शहर की चिंता हुई और निरिक्षण करने के लिए निकल गई। वो बात अलग है कि पिछले लंबे समय से शहर की कई समस्याएं जस की तस बनी हुई है। जिसको लेकर अभी भी ध्यान नहीं दिया गया। हम बात कहीं दूर की ही क्यों करें नगर निगम के आसपास के क्षेत्र में ही नाले खुले पड़ें है। सड़कें टूटी हुई है। चुनाव से पहले निगम के आगे सड़क बनाने का टेंडर हुआ, आचार सहिंता के कारण आधी बनी भी लेकिन अब आधी को तोड़कर छोड़ दिया। इसकी परेशानी केवल जनता को ही उठानी पड़ रही है। जूनागढ़ के आगे भी कछुआचाल में सड़क का निर्माण हो रहा है। जगह-जगह फिर से अतिक्रमण होने शुरू हो गए है। शहर का सीवरेज सिस्टम बदहाल है। कई जगहों पर हर थोड़े दिनों के बाद सीवरेज जाम हो जाती है। आखिर इन सब का जिम्मेदार कौन है। इतना ही नहीं नगर निगम की कुछ ही दूरी पर पुरानी गिन्नाणी क्षेत्र हे जहां बारिश के मौसम में क्या स्थिति होती है, सभी को पता भी है। लेकिन वहां का निरिक्षण करने के लिए क्यों कोई नहीं जाता है। वहां की समस्या का आखिरकार कभी समाधान होगा भी या नहीं। इसके अलावा पिछली बारिश के दौरान सूरसागर से फर्नीचर मार्केट की तरफ जाने वाली सड़क के हाल बेहाल है। जूनागढ़ किले की खाई की दीवार आज तक पूरी नहीं बन सकी है। इसको भी आधा बनाकर काम बंद कर दिया है। सड़क पूरी तरह से टूटी हुई है, जिससे रोजाना जाम की स्थिति बन जाती है। इस क्षेत्र की जनता परेशान है। बाजरा में फर्नीचर खरीदने आने वाले लोगों को समस्या का सामना करना पड़ता है। दूकानदार इससे परेशान है। आखिरकार यहां का भी निरिक्षण होगा या नहीं? क्या काम होगा या फिर यह समस्या ऐसी ही रहेगी? हालंकि कुछ दिन पहले विधायक सिद्धि कुमारी ने सूरसागर का निरिक्षण जरूर किया लेकिन उनको भी फर्नीचर मार्केट और सड़कों की यह समस्या शायद नजर ही नहीं आई। वहीं सोमवार को महापौर सुशीला कंवर राजपुरोहित केईएम रोड पर सफाई व्यवस्था का निरीक्षण करने पहुंची। महापौर ने केईएम रोड पर पहुंचते ही सड़क पर नाली के पानी के जलभराव को लेकर स्थाई समाधान के लिए वार्ता की। इस दौरान स्ट्रीट वेंडर्स से मिलकर उनसे यातायात में सहयोग देने की बात कही। महापौर ने केईएम रोड के मुख्य व्यापारियों के साथ एक होटल में वार्ता की। इस दौरान महापौर के साथ निगम के निर्माण अभियंताओं की टीम साथ मौजूद रही। महापौर ने सभी से समझाइश की। वर्तमान में बनी हुई नाली छोटी होने के कारण समय के साथ जलबहाव नाली से बाहर हो रहा है। इसका स्थायी समाधान करने के लिए वर्तमान नाली के स्थान पर बड़ा नाला बनाकर आगे सार्दुल सिंह सर्किल में मिलाने का निर्देश दिया। लेकिन शायद महापौर जी को भी नगर निगम से कुछ दूरी पर स्थित सूरसागर से फर्नीचर मार्केट वाली रोड की समस्या नजर ही नहीं आई।


