
हवाई सेवाओं की बिड खुली, बीकानेर फिर रह गया खाली हाथ






बीकानेर। एयरपोर्ट अथॉरिटी और जनप्रतिनिधि जिस बिड के खुलने से बीकानेर नाल सिविल एयरपोर्ट के आबाद होने की बातें कर रहे थे, वह खुल चुकी है। इसमें बीकानेर से हवाई सेवा शुरू करने अथवा हवाई रूट में शामिल करने के लिए किसी भी एयरलाइंस कम्पनी ने उत्साह नहीं दिखाया है। ऐसे में बंद पड़ी बीकानेर-दिल्ली की फ्लाइट के भी निकट भविष्य में फिर से शुरू होने की उम्मीद नहीं दिख रही। एक भी फ्लाइट नहीं होने से अब नाल सिविल एयरपोर्ट महज शोपीस बनकर रह गया है। एयरपोर्ट अथॉरिटी सूत्रों ने बताया कि गत 16 जुलाई तक एयरलाइंस से हवाई सेवाओं के लिए प्रस्ताव मांगे थे। जिला प्रशासन, स्थानीय व्यवसाइयों और एयरपोर्ट के अधिकारियों के बीच बैठक में इसी बिड के खुलने पर बीकानेर को कुछ फ्लाइट मिलने की उम्मीद जताई गई थी। यह तो उम्मीद थी ही कि बंद पड़ी बीकानेर-दिल्ली-जयपुर फ्लाइट फिर शुरू हो जाएगी। साथ ही बीकानेर से जैसलमेर, अहमदाबाद, कोलकाता, जोधपुर और जयपुर के लिए भी हवाई सेवाओं को विस्तार मिल सकला है। कम से कम कुछ फ्लाइटों को बीकानेर वाया संचालित करने का प्रस्ताव कम्पनियां देंगी। परन्तु इस मामले में बीकानेर के हाथ निराशा ही लगी है। किसी भी एयरलाइंस कम्पनी ने बीकानेर के लिए हवाई सेवा शुरू करने का प्रस्ताव नहीं दिया है।
बीकानेर के सांसद अर्जुनराम मेघवाल केन्द्र सरकार में कानून मंत्री के मजबूत पद पर हैं। नागरिक उड्डयन मंत्रालय से लगातार सम्पर्क में भी रहते हैं। इसी के साथ राज्य सरकार में शिक्षा मंत्री डॉ. बीडी कल्ला, ऊर्जा मंत्री भंवरसिंह भाटी, आपदा प्रबंधन मंत्री गोविन्दराम मेघवाल के साथ कई बोर्ड व पीठ आदि के प्रमुख हैं। राज्य सरकार भी हवाई सेवा की लोकल कनेक्टिविटीज के लिए प्रोत्साहन देती है। इसके बावजूद बीकानेर का नाल सिविल एयरपोर्ट आज बंद होने की कगार पर खड़ा है।


