
बीकानेर से खबर- पैसे दो वरना सुशीला की शादी और कहीं कर रहे है, पति ने थाने में सुनाया दुखड़ा





खुलासा न्यूज़, बीकानेर। शादी के नाम पर लाखों की धोखाधड़ी करने का मामला सामने आया हैं। इस सम्बंध में परिवादी बजरंगलाल पुत्र फुसाराम कुम्हार निवासी माजीसा बास बीकानेर ने बज्जू थाने में अपनी पत्नी सुशीला, परमेश्वरी, चतराराम, मनोज, खींयाराम, जीयाराम, पंाची, चम्पालाल,पेम्पाराम,कुम्भाराम,भुराराम पर धोखे से शादी करवा पैसे हड़पने का मुकदमा इस्तगासे के जरिए करवाया है।
परिवादी ने बताया कि आज से दो साल पहले 21 जुलाई 2018 को उसकी शादी सुशीला के साथ हिन्दु रीति रिवाज के साथ हुई थी। आरोपी पक्ष बेहद कमजोर आर्थिक स्थिति में था इसलिए आरोपियों ने प्रार्थी से शादी में बेइज्जती न हो उसके लिए दो लाख रूपए और कुछ आभूषण ले लिए और शादी के बाद वापस देने की बात कही। शादी के कुछ समय तक तो सब कुछ ठीकठाक रहा लेकिन कुछ समय बाद ही अचानक से सुशीला का व्यवहार बदल गया और वह प्रार्थी और उसके परिजनों को परेशान करने लगी। जब यह बात प्रार्थी ने अपने ससुराल पक्ष को कही तो उन्होंने कहा कि हमारी बेटी ऐसा ही करेगी। इस कारण सुशीला आभूषण लेकर अपने पीहर चली गयी जब प्रार्थी उसे वापस लेने के लिए गया तो ओर दो लाख की मांग करते हुए कहा कि अगर दो लाख नही दे सकते तो हम सुशीला की शादी कही और कर देंगे। हमने तो प्रार्थी पक्ष को रूपए ऐंठने के लिए ही शादी करवायी थी। जिसके पश्चात प्रार्थी ने कोर्ट में अपना पक्ष रखने के लिए प्रार्थना पत्र पेश किया जो कि जैरकार हैं। आज से लगभग एक माह पूर्व 12 अगस्त को प्रार्थी पक्ष को सूचना मिली की सुशीला की शादी ससुराल पक्ष वालें कही और कर रहें है। जिस पर जानकारी जुटाई तो पता चला कि गिरांधी में उसकी शादी की जा रही हैं। जब प्रार्थी पक्ष पहुंचा तो शादी की तैयारियां चल रही थी। जिस पर परिवादी ने कहा कि पहले शादी के बिना तलाक दिए दूसरी शादी हिंदु रिति रिवाज में वैध नही हैं। लेकिन पैसे के लोभ में ससुराल पक्ष ने कहा कि दो लाख रूपए तुमने नही दिए और दूसरी शादी करने वालों ने दे दिए हैं तो हम सुशीला की शादी कर रहे हैं । जिस पर आरोपी पक्ष ने परिवादी के साथ गिरांधी मे मारपीट और गाली गलोच भी की। परिवादी ने सम्पूर्ण घटनाक्रम की जानकारी थाने में दी लेकिन सुनवाई नही होने पर कोर्ट के जरिये धोखाधडी,मारपीट सहित कई धाराओं में मामला दर्ज करवाया हैं। जिसकी जांच एसआइ बजंरगलाल को सौंपी गयी हैं।

