
बीकानेर महापौर व भाजपा नेता गुमानसिंह की गुंडागर्दी, कोर्ट के आदेश को कर रहे है नजर अंदाज






– राजस्थान उच्च न्यायालय के आदेश को नगर निगम महापौर सुशीला राजपुरोहित द्वारा पालन नहीं किया जा रहा है। भाजपा नेता गुमानसिंह व विक्रमसिंह द्वारा कोर्ट के आदेशों को लगातार नजरअंदाज किया जा रहा है। कोर्ट ने 2 अगस्त 2021 को आदेश दिया कि गौशाला के संबंध में किये गये एमओयू की शर्तों का सख्ती से पालन किया जाये। उस आदेश को 1 माह बीत चुका है और नगर निगम बीकानेर की तरफ से अब तक कोई समाधान प्रस्तुत नहीं किया गया है।
खुलासा न्यूज, बीकानेर। श्री सोहन लाल बुलादेवी ओझा गौशाला समिति, नापासर रोड, गाढवाला, बीकानेर के अधीन संचालित गौशाला में 7000 आवारा पशुओं का रखरखाव का एमओयू, नगर निगम, बीकानेर के साथ 2018 में हुआ था। तत्कालीन कलक्टर कुमारपाल गौतम द्वारा अनुशंषा करते हुए समिति से अनुरोध किया कि शरह नथानिया में प्रस्तावित निगम की 150 बीघा जमीन पर गाढ़वाला जैसी एक गौशाला का निर्माण करें ताकी 10000 आवारा पशुओं को रखा जाये और बीकानेर शहर को आवारा पशुओं की समस्या से निजात दिलाई जा सके।
समिति ने तत्कालीन महापौर नारायण चोपड़ा और तत्कालीन कमिश्रर के साथ मीटिंग कर ये एमओयू 30 जुलाई 2019 को किया था। इस एमओयू के तहत 5 करोड़ रुपए नगर निगम बीकानेर को हमें ऐडवांस देने थे, जो 10.5 लाख रुपए की मासिक किश्तों में देना तय हुआ था। इस एमओयू के अन्तर्गत नगर निगम को हमें दो पशु चिकित्सक, चार एलएसए, पशुओं के लिए पीने के पानी की सुविधा और अपशिष्ट जल की निकासी का इन्तजाम करवाना था जो आज तक नहीं हुआ, अन्या तय शर्तों को हमारी संस्था ने शत प्रतिशत पूर्ण किया है।
जनवरी 2020 में गुमान सिंह और उनके गुंडे, उनकी गौशाला में रोज आकर उनके स्टाफ को तंग परेशान करने लगे। इस घटना की शिकायत हमने जिला और राज्य प्रशासन को कर रखी है जिस पर आज तक कोई कार्यवाही नहीं नहीं हुई है। आखिर, 1 मई 020 को जब इन लोगों से परेशान होकर हमने गौशाला का प्रबंधन नगर निगम को सौपने के लिए 30 दिनों का नोटिस दिया। जैसे ही वो 30 दिन पूरे हुए गुमान सिंह के गुंडों ने हमारे कर्मचारियों को बाहर निकाल दिया और मेयर तथा उनके पति विक्रम सिंह ने उनके प्रतिस्थान के ताले तोड़ दिये। फिर तत्कालीन कलक्टर के अनुरोध पर उनकी समिति ने वापिस कम करना शुरू कर दिया।
इन शिकायतों के बाद उपरोक्त लोगों की गुंडागर्दी और बढ़ गई। यह तक की हमारा एमओयू में निर्धारित 5 करोड़ ऐडवांस में से 2.5 करोड़ ही दिया गया। उसके बदले हमने 3 करोड़ का तो निर्माण ही करवा दिया गया है और 2.5 करोड़ वापिस नगर निगम को लौटा दिये। आज दिन तक 3.5 करोड़ गाढ़वाला गौशाला तथा 50 लाख शरह नथानिया कुल जमा 4 करोड़ नगर निगम बीकानेर द्वारा उन्हें दिए है, पिछले मई 2020 से मेयर सुशीला राजपुरोहित द्वारा रोक दिया गया है।


