
बीकानेर: हर चुनाव में पड़े लाखों वोट…लेकिन ये तीन अंकों में ही सिमटे






बीकानेर: हर चुनाव में पड़े लाखों वोट…लेकिन ये तीन अंकों में ही सिमटे
बीकानेर लोकसभा क्षेत्र में मतदाताओं की संख्या 4 लाख से 20 लाख तक पहुंच चुकी है। प्रत्येक लोकसभा चुनाव में लाखों मतदाताओं ने अपने मताधिकार का उपयोग किया है।कई प्रत्याशियों ने लाखों वोट प्राप्त भी किए हैं। कुछ प्रत्याशियों के वोटों का आंकड़ा हजारों तक भी रहा है। इनमें कुछ प्रत्याशी ऐसे भी रहे हैं, जिनको प्राप्त मतों का आंकड़ा तीन अंकों तक ही सीमित रहा। हालांकि चुनावों में इन प्रत्याशियों ने अपनी जीत के लिए जनता का दिल जीतने का भरपूर प्रयास किया व प्रचार में कोई कमी नहीं रखी। लेकिन प्राप्त मतों का आंकड़ा चार अंकों तक भी नहीं पहुंच पाया। बीकानेर लोकसभा क्षेत्र में वर्ष 1951 से 2019 तक 17 लोकसभा चुनाव हो चुके हैं। इन चुनावों में 239 प्रत्याशियों ने भाग्य आजमाया है। इन 239 प्रत्याशियों में से 51 प्रत्याशी ऐसे भी रहे हैं, जिनको प्राप्त मतों का आंकड़ा तीन अंकों तक सीमित रहा है। प्रत्येक प्रत्याशी को प्राप्त मत की संख्या 999 से कम रही है।
1996 में सबसे अधिक
बीकानेर लोकसभा क्षेत्र के लिए वर्ष 1996 में हुए चुनाव में सबसे अधिक 43 प्रत्याशी चुनाव मैदान में थे। इसी चुनाव में 23 प्रत्याशी ऐसे भी रहे, जिनको प्राप्त मतों का आंकड़ा एक-एक हजार से भी कम रहा। वहीं बीकानेर संसदीय क्षेत्र में वर्ष 1980 में 5, वर्ष 1984 में 1, वर्ष 1991 में 13, वर्ष 1998 में 2 और वर्ष 1999 में 2 प्रत्याशियों को भी प्रत्येक को प्राप्त मतों की संख्या 999 से कम रही थी। बीकानेर संसदीय क्षेत्र में वर्ष 1957 में हुए लोकसभा चुनाव में एक प्रत्याशी ऐसा भी रहा, जिसको एक भी मत प्राप्त नहीं हुआ। इस चुनाव में कुल 7 प्रत्याशी चुनाव मैदान में थे। छह प्रत्याशी निर्दलीय और एक प्रत्याशी सीपीआई का था। निर्दलीय प्रत्याशी डॉ. करणी सिंह ने इस चुनाव में जीत हासिल की थी। निर्दलीय प्रत्याशी के रूप में चुनाव मैदान में उतरे हुकमा राम को एक भी वोट प्राप्त नहीं हुआ। वर्ष 2004 से 2019 तक हुए चार लोकसभा चुनावों में एक भी प्रत्याशी ऐसा नहीं रहा है, जिनको प्राप्त मतों का आंकड़ा एक हजार से कम रहा हो। चुनावों में उतरे सभी प्रत्याशियों को प्राप्त मतों का आंकड़ा चार अंक या इससे अधिक अंकों में रहा है।


