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कोरोना की गिरफ्त में बीकानेर, 3 माह का रिकॉर्ड टूटा, गंगाशहर और जेएनवीसी कॉलोनी बने हॉटस्पॉट, श्रीडूंगरगढ़ में भी खतरा बढ़ा

शहर की पॉश कॉलोनियां कोरोना की गिरफ्त में हैं। बीकानेर में मंगलवार को 171 काेरोना पॉजिटिव केस आए हैं। हर रोज की तरह मंगलवार के आंकड़े ने भी पिछले तीन महीने का रिकॉर्ड तोड़ दिया। मंगलवार को जिन क्षेत्रों में पॉजिटिव आए हैं, उनमें अधिकांश जयनारायण व्यास कॉलोनी और गंगाशहर से हैं। श्रीडूंगरगढ़ में एक साथ 12 रोगी मिलने के बाद वहां भी सख्ती बढ़ा दी गई है।

  इतना ही नहीं इस माह में 12 दिन में बीकानेर ने अपने चार जनों की मौत है। इससे पहले जनवरी में एक पॉजिटिव की मौत हो चुकी है। यानि इस साल में अब तक पांच लोगों की जान कोरोना की वजह से चली गई है।

सुबह आएं थे 12
पहली रिपोर्ट में करीब 12 नये संक्रमित सामने आएं। इनमें से एक एक पॉजिटिव चूरू व सूरतगढ़ के हैं। शेष दस बीकानेर के कोलायत, नयाशहर, जेल रोड, बरसिंगसर, चौधरी कॉलोनी आदि इलाकों से हैं। आज पॉजीटिव मरीजों में से एक 87 वर्षीय बुजुर्ग है। जबकि 18 से 20 साल के युवा सबसे ज्यादा चपेट में आए हैं।

नोखा से आएं तीन पॉजिटिव
मंगलवार को नोखा से 3 पॉजिटिव रिपोर्ट हुए है। ब्लॉक सीएमएचओ डॉ श्याम बजाज ने बताया कि एक महिला कोविड सेंटर में भर्ती हैं,वही 20 वर्षीय युवक बीकानेर के जेड वार्ड में भर्ती हैं। वही एक महिला भी पॉजिटिव हुई है जिसकी लोकेशन ट्रेस की जा रही है।

श्रीडूंगरगढ़ में 12 पॉजिटिव , बढ़ा खतरा
श्रीडूंगरगढ़ में 12 पॉजिटिव सामने आए। सोमवार देर रात जारी जिले की कोरोना रिपोर्ट में श्रीडूंगरगढ़ कस्बे में 11 व 1 गांव सूडसर में पॉजिटिव सामने आए है। कस्बे के आड़सर बास, कालूबास, बिग्गाबास में पहुंचे संक्रमण ने महिलाओं व बच्चों को चपेट में लिया है। बिग्गाबास में चार पॉजिटिव सामने आए है जिनमे एक 75 वर्षीय महिला, 51 वर्षीय महिला, 30 वर्षीय महिला, 58 वर्षीय पुरुष शामिल है। आड़सर बास में 6 पॉजिटिव सामने आए है जिनमें दो 3 वर्षीय बालिकाएं, एक 9 वर्षीय बालक एक 34 वर्षीय महिला, एक 42 वर्षीय महिला, एक 58 वर्षीय पुरुष शामिल है। कालूबास में एक 13 वर्षीय बालिका पॉजिटिव रिपोर्ट हुई है। एक गांव सूडसर में 39 वर्षीय एक पुरुष पॉजिटिव रिपोर्ट हुआ है। ब्लॉक सीएमएचओ डॉ. संतोष आर्य ने बताया कि इन्हें क्वारेंटाइन करने व इनकी जांच करने मेडिकल टीमें रवाना हो रही है। आर्य ने कहा कि क्षेत्रवासी लापरवाही ना बरतें और गाइड लाइन का पालन करें।

 

ये वो जवाबदेह जिन पर कोरोना रोकने की जिम्मेदारी है
स्वास्थ्य विभाग

  • टेस्ट- संदिग्धों की जांच करना। जितनी टेस्टिंग हाेगी, उतने मरीज अाएंगे।
  • ट्रेस- काेराेना मरीजाें के काॅन्टेक्ट में आए लाेगाें की ट्रेसिंग करना।
  • ट्रीटमेंट- कोरोना मरीजों का सही समय पर और पूरा इलाज करना।

अभी ये हो रहा है

  • सैंपलिंग कम। जबकि कई हिस्सों में सैंपल के 25% तक रोगी मिल रहे हैं।
  • 30 घंटे बाद आ रही है रिपोर्ट। 45 घंटे बाद संपर्क। तब तक ये सुपर स्प्रेडर बन चुके होते हैं।
  • होम आइसोलेट। इनका ट्रीटमेंट करने न कोई पहुंच रहा है न दवाइ दे रहा है।
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