शहर में अचानक बढ़ी भिखारियों की संख्या, न कोई अभियान न कोई जांच

शहर में अचानक बढ़ी भिखारियों की संख्या, न कोई अभियान न कोई जांच

खुलासा की खास खबर

बीकानेर। शहर में जहां भी बड़ी मिठाइयों की दुकाने या ठेलों पर जैसे ही आप गाड़ी रोको तो भिखारी आपकी तरफ तुरंत दौड़े चले आएंगे। यह कोई रात या कोई तय समय में नहीं बल्कि आप जिस समय भी जाओगे यह उम्मीद के साथ आपके पास चले आएंगे। पिछले कुछ दिनों की बात करें तो इनकी संख्या में दिनों दिन बढ़ोतरी ही देखने को मिल रही है। इसके चलते अब आमजन को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। क्योंकि यह एक या पांच रुपए नहीं लेते। दस से कम देते ही एकबारगी वापस भी लौटा देते है। किसी एक को अगर दे भी दिया तो एक-एक कर ओर आपके पास आने शुरू हो जायेंगे। इतना ही नहीं अब तो इसमें बच्चों की तादाद भी काफी बढ़ रही है। जबकि इन बच्चों को स्कूल भेजने की उम्र में यह काम क्यों करना पड़ रहा है। कई जगह तो ऐसी है। जहां यह बच्चे बैलून बेचते हुए भी नजर आ जाएंगे। जबकि दावे कई किए जाते है लेकिन हकीकत कुछ ओर ही नजर आती है। इसके लिए अभियान चलाकर इन बच्चों को स्कूल में प्रवेश दिलवाना चाहिए। जिससे इनका भी भविष्य संवर सके।

इन जगहों पर अधिक
शहर कचहरी में लगे फास्टफूड के ठेले, पब्लिक पार्क, जस्सूसर गेट, भुट्टो के चौराहे, केईएम रोड, जूनागढ़ के पास सहित अन्य जगहों पर इनको देखा जा सकता है। इसके अलावा कालेजों के आगे भी छुट्टी के समय पहुंच जाते हैं। प्रशासन अब जल्द से जल्द अभियान चलाकर बच्चों को पढ़ने भेजने के लिए प्रयास करना चाहिए। हालांकि झुगी-झोपड़ी के बच्चों को पढ़ाने के लिए प्रशासन की ओर से कई बार प्रयास किए गए थे। लेकिन शहर में अगर इनकी संख्या की बात करें तो यह पिछले कुछ सालों अचानक से बढ़ोतरी हुई है। स्थिति तो यह है की शहर के प्रमुख चौक चौराहे पर भी बच्चों से भीख मंगवाई जा रही है। जबकि इन्ही चौराहों पर पुलिस चालान काटने में व्यस्त नजर आती है। अगर इस तरफ थोड़ा ध्यान दें तो कुछ सुधार हो सकता है। इसके लिए पुलिस को भी जांच करनी चाहिए की यह कहा से आए है कौन है। क्या इनके पास कोई डॉक्युमेंट है या नहीं।

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