
बीकानेर के इस चर्चित हत्याकांड में इतने साल बाद पेश की चार्जशीट, पढ़ें पूरी खबर





बीकानेर के इस चर्चित हत्याकांड में इतने साल बाद पेश की चार्जशीट, पढ़ें पूरी खबर
बीकानेर। शहर के चर्चित मोनालिसा हत्याकांड में 2 साल बाद पुलिस ने कोर्ट में छह आरोपियों के विरुद्ध संपूर्ण चार्जसीट पेश की है। इसके साथ ही जमीन के मामले में पटाक्षेप कर जांच बंद कर दी है। प्रकरण के अनुसार जयपुर रोड पर रहने वाली मोनालिसा की जयपुर में ओमेगा सिटी के एक फ्लैट में हत्या कर दी गई थी। उस समय वह आठ माह की गर्भवती थी। 4 फरवरी 2021 की यह घटना थी। जिसका मुकदमा तत्कालीन पुलिस महानिदेशक के आदेश पर 21 नवंबर 2022 को सदर थाने में दर्ज हुआ। परिवादी मृतका के पिता स्वप्न चौधरी का आरोप था कि उसकी जमीन हड़पने के लिए भवानी सिंह को सुपारी देकर मोना की हत्या करवाई गई। तत्कालीन एएसपी सिटी अमित कुमार ने मुकदमे की जांच की। इससे पता चला कि मोनालिसा दूध में रसगुल्ला मिलाकर पिया करती थी। इसी का फायदा उठाते हुए आरोपी ने एक दिन उसके दूध में 10-11 नींद की गोलियां मिला दी। मोना गहरी नींद सो गई तब उसने तकिए से उसका मुंह दबा दिया, जिससे उसकी मौत हो गई। उसके बाद अपने मित्रों और सहयोगियों के जरिए उसका अंतिम संस्कार भी कर दिया। उसके माता-पिता को मोना की मौत अहमदाबाद में कोविड के कारण होना बताया। 2 साल की जांच के बाद पुलिस ने संपूर्ण चार्जसीट कोर्ट में पेश कर दी है। उसके अनुसार भवानी सिंह को हत्या का आरोपी माना गया है जबकि अन्य आरोपी मुकेश धौलपुरिया, नरेश धवल को धारा 456, 468, 471, 120 बी तथा जितेंद्र शर्मा,सोनिका व पूनम यादव को 201, 120 बी के तहत आरोपी माना है। ईनके विरुद्ध मार्च 23 में चालान पेश किया जा चुका है। इस प्रकरण में तथाकथित आरोपी रविंद्र रामपुरिया ,चिराग रामपुरिया व जसवंत के खिलाफ साक्ष्य नहीं मिलने पर जुर्म साबित नहीं हो सका। परिवादी ने हत्या की सुपारी का आरोप इन्हीं पर लगाया था। इस प्रकरण के चलते मृतका की मां ने मुकेश धौलपुरिया पर दीवार तोड़कर कब्जा करने व मारपीट का केस कराया था, जिस पर पुलिस ने एएफआर लगा दी है।


